पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही जान जाने का आरोप लगाया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र में अरिहंत हॉस्पिटल का है। परिजनों ने बताया कि हालत बिगड़ने के बाद भी डॉक्टरों ने कोई सूचना नहीं दी और हायर ट्रीटमेंट के लिए जयपुर रेफर कर दिया। जब वे हॉस्पिटल पहुंचे तो ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।भीलवाड़ा के बापू नगर में रहने वाले सुनील अग्रवाल की पत्नी रेखा अग्रवाल को पथरी के दर्द की शिकायत के बाद परिवार के लोग अरिहंत हॉस्पिटल लेकर आए थे। यहां डॉक्टर ने उन्हें दर्द कम करने के लिए एक इंजेक्शन लगाया इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद ड्यूटी डॉक्टर और हॉस्पिटल प्रबंधन ने उन्हें हायर ट्रीटमेंट के लिए जयपुर रेफर कर दिया। यहां पहुंचते ही डॉक्टर ने महिला को घोषित कर दिया। गुसाए परिजन रेखा की बॉडी को लेकर अरिहंत हॉस्पिटल पहुंचे और विरोध जताया। इनका कहना था कि जब शनिवार को उनकी तबीयत खराब हो गई थी, तो डॉक्टर को परिवार के लोगों को सूचित करना चाहिए था। लेकिन डॉक्टरों ने परिवार को बिना बताए जयपुर रेफर दिया।
परिजन और समाज के लोगों ने मांग पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की ओर जिस डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन दिया, वह अपनी गलती माने। पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया जाए, जिससे डॉक्टर की लापरवाही और ट्रीटमेंट का पता चले। इस दौरान बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग अरिहंत हॉस्पिटल पहुंचे और यहां जमकर प्रदर्शन किया।
अग्रवाल समाज के महामंत्री अमित नागौरी ने बताया कि हम सिर्फ इतना चाहते थे कि डॉक्टर या अस्पताल प्रबंधन आए और परिजनों से बातचीत कर उन्हें सेटिस्फाई करे।
सूचना के बाद कोतवाली थाना पुलिस अरिहंत हॉस्पिटल पहुंची और प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश की। करीब डेढ़ से 2 घंटे तक समझाइश का दौर चला। उसके बाद पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए परिजन राजी हुए।