जहाज़पुर। पहाड़ी पर स्थित हज़रत गेयबना ग़ाज़ी सरकार के आस्ताने पर आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक उर्स का समापन कुल की रस्म के साथ हुआ। उर्स कमेटी अंजुमन ग़ाज़ी विकास सोसायटी के सदर मोहम्मद रईस टांक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आए जायरीन और मशहूर क़व्वाल पार्टियों ने शानदार सूफ़ियाना प्रस्तुतियाँ दीं। बेगूं से आए अनवर क़व्वाल पार्टी द्वारा “तेरे टुकड़ों पर पलते हैं ग़ाज़ी पिया” जैसे भावपूर्ण कलाम पेश किए गए। वहीं उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से पधारे प्रसिद्ध क़व्वाल असलम अकरम वारसी ने “मेरे पीर की ग़ुलामी मेरे काम आ गई” जैसी क़व्वालियाँ पेश कर महफ़िल में रूहानियत भर दी। दिल्ली के रईस मियाँ की रंग और क़व्वाली महफ़िल ने समा बाँध दिया। यह उर्स कई वर्षों से एक परंपरा के रूप में मनाया जाता है, जिसमें धर्म के लोग शामिल होकर ग़ाज़ी सरकार के आस्ताने पर हाज़िरी लगाते हैं और दुआओं का फैयज़ प्राप्त करते हैं। 16 जून 2025 को दोपहर 2 बजे से शुरू हुई क़व्वाली महफ़िल शाम 6 बजे कुल की रस्म के साथ संपन्न हुई। समापन कार्यक्रम में जहाज़पुर अंजुमन कमेटी के सदर हाजी नज़ीर मोहम्मद सरवरी, सैलानी कमेटी के सदर सद्दीक पठान, वक़्फ़ बोर्ड के सदर नसीब पठान, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष लतीफ़ पठान, सकील अहमद टांक, मुंसी पुंवार, निशार बेहलीम, हलीम पड़ियार, रफ़ीक पुंवार, मोहम्मद शेर, मम्मू पठान, एहसान मंसूरी, साजिद पठान, मुज़म्मिल शेर, सोयल सरवरी, आशिफ मेवाती, सेक्रेटरी वसीम, सद्दाम पठान, इनायत सईद, अमान हसनैन समेत बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद रहे।