मुकेश खटीक
मंगरोप।मानसून की आहट के साथ ही खेतों और मैदानों में प्रकृति के प्रहरी सक्रिय हो गए हैं।इक्का-दुक्का नजर आने वाले ये जल प्रहरी अब बड़ी संख्या में दिखने लगे हैं।सावन की दस्तक से पहले ये जल से जुड़ी तैयारियों का संकेत दे रहे हैं।खेतों में दौड़ते-फिरते ये जीव स्वयंसेवकों की तरह काम कर रहे हैं।72 वर्षीय भैरूलाल जाट ने बताया कि बरसात के शुरूआती दौर में ही सावन की डोकरी एवं वाटर ट्रेन कही जाने वाली गजाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।बरसाती जल के आगमन से पहले इनकी हलचल बढ़ गई है।यह प्रकृति की अनूठी व्यवस्था का संकेत है।बरसात के बढ़ते दौर के साथ ही इनकी संख्या में और बढ़ जाएगी।