भाजपा राज है तो शहर की किसी होटल पर आंच तक नही आ सकती।
ओम जैन शंभूपुरा।
शंभूपुरा। क्या प्रदेश और चित्तौड़गढ़ में डबल इंजन की सरकार कुछ ऐसे ही कार्य कर रही या यह कह सकते कि भजनलाल सरकार के अधिकारी भी अब राम भरोसे वाली व्यवस्था की डोर पकड़े बैठे है कि चित्तोड़ शहर कि कई होटले गन्दगी का अड्डा बन गई लेकिन वहाँ कोई परिंदा पर नही मार पाया है क्या इसका कारण डबल इंजन की सरकार है जिसके चलते राजनीतिक दबाव के चलते कार्यवाहियां नही हो पा रही है, अब ऐसे कई सवाल शहरवासियों के दिलो में उठने लगे है।
गौरतलब है कि हाल ही में शहर की 3 होटलों के नाम सामने आए जिसमे दुष्कर्म जैसी घटनाएं होने के बावजूद अभी तक इन नामजद होटलों पर कोई कार्यवाही नही होना पुलिस कार्यवाही पर तो सवालिया निशान लगा ही रहा है, वही दबी जुबान कुछ अधिकारियों ने बताया कि चित्तौड़गढ़ की ऐसी राजनीति के चलते दबाव में ही कोई कार्यवाही नही हो रही है, स्थानीय नेताओं के चहते होने की वजह से ही ये होटल संचालक मैनेजर आदि बचे हुए है।
यह है मामला
चित्तौड़गढ़ शहर में दुष्कर्म के एक के बाद एक मामले सामने आए, 2 मामलों में एक कैफे ओर 2 होटलों का नाम सामने आया, खेर यह नई बात नही की पहली बार किसी होटल का नाम आया हो ओर कार्यवाही नही हुई हो, इस तरह पहले भी कई बार ऐसे होटलों के नाम दुष्कर्म जैसे मामलों में सामने आए लेकिन राजनीति पहुंच रखने वाले होटल संचालक आज तक बचकर निकलते रहे है, शायद इस बार भी यही हुआ कि भाजपा की डबल इंजन सरकार होने के बावजूद इन होटलों पर आंच तक नही आई है।
इन होटलों के नाम आये सामने
एक नाबालिक के साथ दुष्कर्म मामले में शहर की एक नामचीन इमेजिका होटल और बलताज कैफे का नाम आया, आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई लेकिन कैफे ओर होटल को आंच तक नही आई, वही एक अन्य मामले में स्टेशन स्थित मीनाक्षी होटल का नाम सामने आया पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार भी किया और मौका तस्दीक भी लेकिन यहाँ भी होटल पर कोई कार्यवाही नही होना पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शहर की अन्य होटलों में भी चल रहा धड़ल्ले से गन्दा काम
शहर की करीब 1 दर्जन से अधिक होटलों में ना सिर्फ खाना बल्कि बिना रोकटोक जिस्मफरोशी हो रही है, बिना लाइसेंस कई होटलों में अवैध शराब परोसा जा रहा है, मुख्यालय के ऐसे हालात होने के बावजूद भी जिला पुलिस और जिला प्रशासन का कड़ी कार्यवाही ना करना कही सवाल पैदा करता है वही ऐसे अपराधियों के होंसले भी बुलन्द हो रहे जिससे इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि वीरधरा चित्तौड़गढ़ के स्वाभिमान को सीधा ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
अब देखना यह है कि क्या ऐसे गलत कामो ओर गलत करने वालो एव होटल में बिना पुख्ता जानकारी लिए कमरे देने वालो पर पुलिस कार्यवाही करेगी या शहर में अपराधों का ग्राफ ऐसे ही बढ़ता रहेगा यह तो समय के गर्त में है।