काल भैरव दरबार में नतमस्तक हुए अमित शाह, योगी और चार राज्यों के मुख्यमंत्री हुए शामिल!
शीतल निर्भीक
वाराणसी।स्मार्ट हलचल मोक्ष की पावन नगरी बनारस में आज सोमवार को इतिहास रचते हुए देश की राजनीति और प्रशासन का केंद्र बन गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व चार राज्यों के मुख्यमंत्री वाराणसी पहुंचे और यहां बाबा काल भैरव के दरबार में श्रद्धा से सिर नवाया। हर-हर महादेव की गूंज से पूरी काशी गूंज उठी।
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर जैसे ही गृहमंत्री अमित शाह का विशेष विमान उतरा, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने उनका आत्मीय स्वागत किया। गृहमंत्री के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी वाराणसी पहुंचे।
एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों के बीच चारों मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय गृह मंत्री ने मुस्कराते हुए लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद काफिला सीधे काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के मंदिर पहुंचा, जहां सभी ने विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा की आरती उतारी।
वाराणसी में आयोजित हो रही 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक के लिए यह ऐतिहासिक दौरा तय हुआ है। यह बैठक वाराणसी में पहली बार हो रही है, जिसे लेकर पूरे शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
बैठक में भाग लेने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृह मंत्रालय, नीति आयोग और अंतरराज्य परिषद के अधिकारी मौजूद रहेंगे। सुरक्षा और विकास जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले 24वीं बैठक उत्तराखंड में हुई थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मेहमान मुख्यमंत्रियों के सम्मान में भव्य रात्रिभोज का आयोजन भी किया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
गृहमंत्री के आगमन के साथ ही बाबा विश्वनाथ की नगरी में उत्सव जैसा माहौल बन गया। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे, भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। काशी की सड़कों पर गूंजते हर-हर महादेव के नारों ने इस राजनैतिक दौरे को धार्मिक रंग भी दे दिया।
एयरपोर्ट पर मौजूद मंत्रियों और अधिकारियों में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, नगर विकास एवं विद्युत मंत्री ए के शर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, विधायक अवधेश सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, राय धर्मेंद्र सिंह, मंडलायुक्त एस राजलिंगम और अन्य गणमान्यजन शामिल रहे।
चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा बाबा विश्वनाथ के दर्शन भी प्रस्तावित हैं, जिससे यह दौरा आध्यात्मिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक बन गया है। गृहमंत्री शाह और सीएम योगी का यह काशी प्रवास धार्मिक आस्था, राजनीतिक संवाद.प्रशासनिक समन्वय का बेजोड़ संगम बनकर सामने आया।
इस दौरे से यह साफ हो गया है कि काशी अब न केवल अध्यात्म की राजधानी है, बल्कि देश की राजनीतिक और विकासात्मक योजनाओं की धुरी भी बनती जा रही है। बाबा काल भैरव के चरणों में नमन कर राजनेताओं ने यही संदेश दिया कि राष्ट्र सेवा से पहले आस्था जरूरी है। खबर यूपी के वाराणसी से अरूण कुमार गुप्ता की खास रिपोर्ट।