धारा 370 का हटना मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि
लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान एवं उनके अनुभव साझा किये
भीलवाड़ा/भारतीय जनता पार्टी जिला संगठन भीलवाड़ा के तत्वाधान में आपातकाल दिवस एवं जनसघ संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस, पुष्पांजलि, लोकतंत्र सेनानियों के अनुभव साझा कर,लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान मंगलवार को जिला स्तरीय विचार गोष्ठी का आयोजन कर किया गया। विचार गोष्ठी के मुख्य अतिथि भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ सांसद एवं मुख्य वक्ता सीपी जोशी के मुख्य आतिथ्य, भाजपा प्रदेश मंत्री विजेंद्र पुनिया के सानिध्य एवं भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा जिला कार्यालय पर आयोजित मुखर्जी बलिदान दिवस एवं आपातकाल दिवस की विचार गोष्ठी मे मुख्य वक्ता जोशी ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पुरोधा थे। एक ही देश दो विधान, दो ध्वज, दो प्रधान जो असंगत निर्णय प्रधानमंत्री नेहरू की तुष्टिकरण की नीतियों से लागू हुआ उसका मुखर्जी ने खुलकर विरोध किया और आखिरकार उनके ही संकल्प और स्वप्न को केंद्र की मोदी सरकार ने धारा 370 हटाकर पूरा किया जो डॉ मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है उन्होंने कहा कि जो हमारे बीच नहीं है उन्हें नमन कर रहे हैं जो उपस्थित है उनका अभिनंदन कर रहे हैं जिन लोगों को संविधान की रक्षा करनी चाहिए थी उन्होंने कुर्सी बचाने की खातिर संविधान को दागदार करने का काम किया है उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के इतिहास में काला धब्बा था जब 25 जून 1975 की अर्धरात्रि को आपातकाल लगा दिया पूरे देश को जेल बना दिया,देश के इतिहास में इससे बुरे दिन कभी नहीं होगा मीडिया पर भी सेंसरशिप लगाई, न्यायपालिका पर भी अंकुश लगाने का प्रयास किया गया। कांग्रेस ने बाबा साहब के लोकतंत्र की दुआएं देने वाले जो संविधान बचाने की बात करते हैं उसी संविधान को रौंदा गया। भाजपा जिला अध्यक्ष मेवाड़ा ने इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि आपातकाल का दन्श जेला इनका अभिनंदन कर हम गोरवांवित है राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल ने लोकतंत्र के सेनानियों कि नियमित पेंशन जारी की है। इस अवसर पर प्रदेश मंत्री पूनिया ने कहा कि आपातकाल काला दिवस की आज 50 की पुण्यतिथि है आपातकाल में लोकतंत्र के रक्षको ने इस काले अध्याय के खिलाफ आवाज ना उठाई होती तो लोकतंत्र केवल इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाता भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे काले अध्याय के रूप में जाना जाता है उन्होंने कहा कि मुखर्जी के बलिदान से ही जम्मू कश्मीर हमारे देश का अभिन्न रहा है । इस अवसर पर विधायक झबर सिह सांखला, उदय लाल भडाणा, जिला प्रमुख बरजी देवी भील, सुभाष चंद्र बहेड़िया, शंकर लाल गुर्जर उप जिला प्रमुख ,विट्ठल शंकर अवस्थी, महापौर राकेश पाठक पूर्व विधायक बद्री प्रसाद गुरुजी , डॉ बालू राम चौधरी ,रामचंद्र सेन,जिला अभियान समन्वयक युवराज सिंह राजावत ,जिला संयोजक मंजू चेचानी सूरज पेंटर मंचासिंन थे। संगोष्ठी के पूर्व अतिथियों ने जनसघ संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई अंत में जिले से आए वर्तमान पूर्व जन प्रतिनिधि,पदाधिकारी कार्यकर्तागण ने पुष्प अर्पित किये।
*लोकतंत्र के 23 सेनानियों एवं परिजनो का किया सम्मान*
संगोष्ठी के दौरान आपातकाल के समय जेल में बंद रहे 23 सेनानियों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर उन्हें दुपट्टा श्रीफल भेंट कर सम्मान पत्र भेंट किया गया जिसमें रजनीकांत आचार्य, प्रहलाद सोडाणी, दयाराम मैठानी, नानकराम सिंधी, मिट्ठू लाल स्वर्णकार, गोविंद नारायण राठी, कैलाश चंद सोमानी, जगदीशचंद्र डाड, कैलाशचंद्र डाड, कन्हेयालाल धाकड़ ,बद्री प्रसाद गुरुजी, देवेंद्र कुमार बेली, भगवान राव पाटिल, दामोदर अग्रवाल ,सत्यनारायण टेलर, गोपाललाल तोषनीवाल, भेरूलाल गंदोडिया, शिवकुमार तोषनीवाल, राजेंद्र कुमार सोलंकी, हरिहर प्रसाद ,चांदमल गट्टयानी, कृष्ण गोपाल सोलंकी, सुरेंद्र पाल डागा सम्मिलित है अंत में लोकतंत्र सेनानियों के उनके अनुभव साझा किए गए विचार गोष्ठी का संचालन भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रहलाद त्रिपाठी ने किया।