ओम जैन
शंभूपुरा। स्मार्ट हलचल/भाजपा की डबल इंजन की सरकार जिसमे भी स्वयं सहकारिता मंत्री गौतम दक के गृह जिले में एक के बाद एक घोटाला सामने आना अब आम बात हो गई है।
ऐसा ही एक मामला ग्राम सेवा सहकारी समिति जालमपुरा का आया जिसमे व्यवस्थापक शिव प्रकाश पोरवाल द्वारा एसटी ऋण अवैध वसूली के गबन के सम्बंध में जीएसएस अध्यक्ष लालसिंह द्वारा एमडी को लिखित शिकायत की गई।
लिखित शिकायत में बताया कि सहकारी समिति जालमपुरा व्यवस्थापक द्वारा बैंक द्वारा वितरित एसटी ऋण की अवधिपार ऋणी सदस्यों से वसूली कर ना तो ऑडिट में दर्शाया ना ही बैंक में ऋणी सदस्य का लोन खाता डीएमआर जमा करवाई, ऋणी सदस्यों को व्यवस्थापक अपने हिसाब से अदेय प्रमाणपत्र जारी कर भेज देता है, जिससे समिति का बैंक ऋण भार बढ़ता ही जा रहा है, उक्त विषय को विशेष ध्यान में रखकर अतिशीघ्र कार्यवाही करने की मांग की, एव बताया कि शीघ्र कार्यवाही नही होने पर समिति ओर घाटे में जाएगी।
एमडी ने जांच हेतु जारी किया आदेश
जालमपुरा जीएसएस अध्यक्ष द्वारा व्यवस्थापक के खिलाफ लिखित शिकायत के बाद केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड चित्तौड़गढ़ के प्रबन्ध निदेशक नानालाल चावला ने आदेश जारी किया जिसमें बताया कि जालमपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति की राजस्थान सहकारी सोसायटी अधिनियम 2001की धारा 55(क) में निरीक्षण हेतु मैं नानालाल चावला प्रबन्ध निदेशक चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक चित्तौड़गढ़ मुझमे निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए भेरूलाल शर्मा सहायक अधिशाषी अधिकारी चित्तौरगढ़ को जांच अधिकारी नियुक्त करता हु, शर्मा उक्त सिमितिक विस्तृत निरीक्षण कर 7 दिवस में निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तूत करे।
कोन है जालमपुरा व्यवस्थापक
जालमपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति का व्यवस्थापक गिलूंड निवासी शिवलाल पोरवाल है जो माहेश्वरी समाज का गिलूंड इकाई अध्यक्ष भी है, पोरवाल पिछले करीब 15 सालों से जालमपुरा जीएसएस पर व्यवस्थापक के रूप में कार्यरत है जिस पर पूर्व में भी गबन के कई आरोप लगे है।
करीब डेढ़ करोड़ का नोटिस घर के बाहर चस्पा किया
जालमपुरा जीएसएस के व्यवस्थापक पर लगतार गबन के आरोप लगते आये है, कार्यलय जांच अधिकारी एव निरीक्षक सहकारी समितियां चित्तौड़गढ़ जांच टीम द्वारा जांच किये जाने पर शिवलाल पोरवाल के विरुद्ध अनियमित्ता के चलते जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए उसके घर के बाहर 1 करोड़ 39 लाख 27 हजार 569.66 रुपये की अनियमितता को लेकर नोटिस जारी किया जो उसके गिलूंड स्थित घर के बाहर चिपकाया गया है।
करीब 1 महीने से जीएसएस नही आया व्यवस्थापक
जालमपुरा जीएसएस अध्यक्ष लालसिह का कहना है कि व्यवस्थापक पर पूर्व में भी कई घोटाले करने का आरोप लगा लेकिन मेरे आने के बाद मेने जांच हेतु लिखित शिकायत दी, जिसके बाद करीब 1 महीने में ही टीम 3 बार जांच हेतु आई है, लेकिन पिछले 12 जून के बाद से व्यवस्थापक शिव प्रकाश पोरवाल जीएसएस पर नही आया जिसके चलते नोटिस भी उसके घर के बाहर ही चिपकाया गया।
खाद में भी घोटाला
सहकारी समिति में रखे जाने वाले खाद में भी व्यवस्थापक द्वारा घोटाला किया जाने की बात सामने आई है, इफको डीएपी की बजाय दूसरा खाद रखकर किसानों के साथ ठगी की जा रही है।
इन्होंने ये कहा
जालमपुरा जीएसएस अध्यक्ष लालसिंह जाट ने कहा कि व्यवस्थापक का घोटाला तो करीब 15 सालों से चल रहा है, मेने आने के बाद इतने किसानों के साथ छल कपट पर रोक लगाते हुए इसके अब लेन देन बन्द करवा दिए एव सारा पावर ले लिया गया है, प्रबन्धन से भी जांच की मांग की है ताकि जिन किसानों के साथ इसने गलत किया उन्हें न्याय मिल सके, ओर आरोपी को सजा मिल सके।