अब बैंक जमीन कुर्क कर वसूलेगा पैसा, मकान सीज की कार्यवाही शुरू।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|चित्तौड़गढ़ जिले में सहकारिता क्षेत्र में कुछ भी सही नही चल रहा इसका अंदाजा जालमपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति में व्यवस्थापक द्वारा कि गई भारी अनियमितता से ही पता चलता है।
सहकारिता मंत्री गौतम दक के गृह जिले चित्तौड़गढ़ के जालमपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक द्वारा करोड़ो रूपये की अनियमितता किया जाना सामने आने के बाद व्यवस्थापक शिव प्रकाश पोरवाल को निलंबित कर दिया गया।
जालमपुरा जीएसएस अध्यक्ष लालसिंह ने बताया कि 9 जुलाई 2025 को जालमपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति के संचालक मंडल की बैठक समिति कार्यलय पर आयोजित हुई, जिसमे सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बैंक के सहायक अधिशाषी अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण में व्यवस्थापक शिवलाल पोरवाल द्वारा 1 करोड़ 39 लाख 27 हजार 569.66 रुपये की वित्तीय अनियमितता एव दुरुपयोग किया जाना पाया गया ही। साथ ही समिति कार्यक्षेत्र के सदस्यों से प्राप्त शिकायतों पर विचार विमर्श कर व्यवस्थापक शिव प्रकाश पोरवाल निवासी गिलूंड को समिति के व्यवस्थापक पद से निलंबित किया गया साथ ही उसे आदेशित किया गया कि निलंबन काल मे मुख्यालय समिति कार्यलय रहेगा।
इन्होंने ये कहा
समिति अध्यक्ष लालसिंह ने बताया कि समिति क्षेत्र में लोगो से भी इसके खिलाफ शिकायते प्राप्त हुई है, ओर भी हम लोगों से मिलकर पता कर रहे है, विभाग भी अपनी कार्यवाही कर रहा है, साथ ही प्राप्त शिकायतों के आधार पर जल्द रिपोर्ट दर्ज करवाई जाएगी।
जांच में घोटाले आये सामने, जमीन कुर्क की कार्यवाही होगी
चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह खोर ने बताया कि वैसे तो समिति के अध्यक्ष और 12 लोगो की कमेटी सारा निर्णय लेने को स्वतंत्र है लेकिन जैसे ही हमारे संज्ञान में यह मामला आया की यह अनियमितता कर रहा और गिलूंड में भी इसने कुछ गतिविधियां कि तो बैंक ने तुरन्त ही एक्शन लिया, मेने 2 जांच अधिकारी लगाकर पूरी जांच करवाई, जांच में भी व्यवस्थापक द्वारा किये गए बड़े घोटाले सामने आए तो रिपोर्ट मंगवाकर सब रजिस्टार के यहाँ धारा 57 में मुकदमा दर्ज करवाया, दूसरा लिखित शिकायत में आई उस पर भी ध्यान देकर तुरन्त व्यवस्थापक को हटाने की कार्यवाही भी कर दी, ओर वहाँ मेने इंस्फेक्टर भी लगा दिया है, ओर कही अनियमितता ना हो और किसानों का पैसा पानी मे ना जाए इसके लिए अब इसकी जमीन को कुर्क करने की भी कार्यवाही की जा रही है, मकान सीज की कार्यवाही भी बैंक द्वारा की जा रही है, बैंक के अधिकार क्षेत्र में जो था वो सब तुरन्त कर दिया गया है, ऐसे एक्शन होने से अन्य जगह भी अनियमितता नही होगी साथ ही बैंक का पैसा भी डूबने से बचाया जा सकेगा ओर काश्तकार भी परेशान नही हो इसी को देखते हुए हमने त्वरित कार्यवाही की।