विधायक रामसहाय वर्मा न अतिक्रमण का हटवाने का दिया आश्वासन,
उपखंड अधिकारी ने 11 अगस्त को अतिक्रमण हटवाने के लिए दिया था आदेश,
उपखंड अधिकारी के आदेशों की आज तक नहीं हुई पालना,
ग्रामीणों में भारी आक्रोश
भरत देवड़वाल
वनस्थली। स्मार्ट हलचल|देवधाम जोधपुरिया में स्थित भगवान श्री देवनारायणजी के मंदिर की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को सीमा ज्ञान करवाकर हटवाने की मांग को लेकर भगवान श्रीदेवनारायण मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों व श्रद्धालुओं ने विधायक रामसहाय वर्मा को ज्ञापन सौंपा है। श्री देवनारायण मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष फूलचंद लांगडी, कोषाध्यक्ष सुरज्ञानसिंह गुर्जर, मनफूल गुर्जर, रामदेव जोधपुरिया, शारीरिक शिक्षक देवलाल गुर्जर, गणेश गुर्जर व रामस्वरूप गुर्जर ने बताया कि भगवान श्री देवनारायणजी के मंदिर की भूमि पर वर्षो से अतिक्रमण हो रखा है। जिससे मंदिर में आयोजित मेलों व भंडारों में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री देवनारायण ट्रस्ट का कार्यकाल अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फर्जी कंपलेट छपवाकर मंदिर के श्रद्धालुओं व ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं। जिन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि भगवान श्री देवनारायण मंदिर की भूमि पर वर्षों से हो रहे अतिक्रमण को सीमा ज्ञान करवाकर हटवाया जाए। उन्होंने बताया कि उक्त भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाने के लिए उपखंड अधिकारी अनीता खटीक ने 11 अगस्त को अतिक्रमण हटवाने के लिए तहसीलदार नरेश गुर्जर के नाम आदेश पारित किया गया था लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने शीघ्र ही मंदिर की भूमि का सीमा ज्ञान करवाकर अतिक्रमण हटाने की मांग की है। जिस पर विधायक रामसहाय वर्मा ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए बुधवार तक भगवान श्री देवनारायण मंदिर की भूमि का सीमा ज्ञान करके अतिक्रमण हटवाने का आश्वासन दिया है। जिससे श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ गई। ज्ञापन देने वालों में रामप्रसाद शर्मा, रामविलास, हरिनारायण जगतपुरा, सुखदेव, शिवकिशन, रामू गुर्जर, देवराज, हनुमान सराधना, महामंत्री एडवोकेट शैलेंद्रसिंह धाबाई, सुरजन सिंह, प्रेमचंद जोधपुरिया, श्रवणलाल गुर्जर, देवालाल, छुट्टनलाल, बाबूलाल जोधपुरिया, मोहनलाल, जगदीश जोधपुरिया, गणेश, बसराम, प्रधान, आशु भोपा, हरिराम, प्रेमचंद, अंबालाल गुर्जर, शिवपाल, हंसराज, मुकेश पुसवाडिय़ा, लालचंद जगतपुरा व हरिनारायण गुर्जर सहित कई पदाधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद थे।