गंगापुर……स्मार्ट हलचल| आगामी 28 जुलाई को मातृकुंडिया से गंगापुर कावड़ यात्रा लाई जाएगी यात्रा की तैयारी को लेकर एक बैठक पंचतीर्थ बालाजी मंदिर परिसर में आयोजित की गई बैठक में सैकड़ो युवाओं ने भाग लिया पुष्पेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि सावन महीने में कावड़ यात्रा का महत्व हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक माना गया है यह यात्रा भगवान शिव की भक्ति की प्रतीक है और शिव भक्तों द्वारा की जाने वाली एक विशेष धार्मिक परंपरा है रामप्रसाद माली ने कहा कि सावन महीना भगवान शिव का प्रिय मास है यह महीना आराध्य और तपस्या का समय माना जाता है इसी महीने में शिव जी ने समुद्र मंथन के दौरान निकले कालकूट विष को अपने कंठ में धारण किया था जिससे वह नीलकंठ कहलाए गजेंद्र माली ने कहा कि हम सबको कावड़ यात्रा में एक साथ चलना है विदित है कि पिछले 6 वर्षों से कावड़ यात्रा मातृकुंडिया से गंगापुर नीलकंठ महादेव मंदिर लाकर जलाभिषेक किया जाता है इस वर्ष भी कावड़ यात्रा को लेकर युवाओं में काफी उत्साह दिखाई दिया राजस्थान का हरिद्वार कहे जाने वाले मातृकुंडिया के पवित्र जलाशय से कावड़ यात्रा आरनी, भरक लाखोला होते हुए 30 किलोमीटर पैदल चलकर गंगापुर लाई जाएगी यात्रा के दौरान स्थानीय ग्रामीणो एवं शिव भक्तों द्वारा अनेक स्थानों पर कावड़ यात्रियों के लिए अल्पाहार की व्यवस्था भी की जायेगी मातृकुंडिया से गंगापुर कावड़ यात्रा बैंड – बाजे और डीजे के साथ लाई जाएगी जिसमें गंगापुर के आस – पास के ग्रामीण क्षेत्र से भी शिव भक्त शामिल होंगे जो शिव भक्त मातृकुंडिया से पैदल कावड़ यात्रा नहीं ला सकते उनके लिए मातृकुंडिया से टैंकर बावड़ी बालाजी मंदिर जो की गंगापुर से 3 किलोमीटर दूर है लाया जाएगा वहां से भी शिव भक्त कावड़ यात्रा लेकर गंगापुर पहुंचेंगे बैठक में जितेंद्र माली, मदनलाल तेली, जगदीश चंद्र गहलोत, बलराम सैनी,बालू राम कुमार,हंसराज माली जयकरण माली,शोभा लाल जीनगर, विद्या प्रसाद जोशी,बरदी चंद माली,शंकर लाल जाट, बद्री लाल शर्मा,कालूराम माली, शंकर गुर्जर, संजय साहू, नवरत्न चंदेल और अनेक लोग मौजूद थे