पुनित चपलोत
भीलवाड़ा-चित्तौडग़ढ़ मार्ग स्थित अडर ब्रिज के आगे मंगलवार सुबह युवक महिला के शव रेलवे ट्रैक के पास मिले। दोनों के शरीर पर चोटों के निशान मिले । इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। परिजनों ने दोनों की पहचान चचेरे भाई-बहन के रुप में की। युवक सीकर जिले का, जबकि युवती जयपुर जिले की है । वहीं दूसरी और अभी इनकी मौत की गुत्थी भी नहीं सुलझ पाई है, जिससे अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि दोनों ट्रेन से गिरकर हादसे का शिकार हुये या फिर उन्होंने सुसाइड किया। जीआरपी ने दोनों शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिये गये।
जीआरपी चौकी प्रभारी खलील अहमद ने स्मार्ट हलचल को बताया कि मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे स्टेशन अधीक्षक से सूचना मिली कि भीलवाड़ा स्टेशन से चित्तौडग़ढ़ मार्ग स्थित अंडर ब्रिज क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के पास युवक-युवती के शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना पर जीआरपी टीम मौके पर पहुंची, जहां ट्रैक के पास अज्ञात युवक-युवती के शव पड़े थे। दोनों के शरीर पर चोटों के निशान थे। शवों को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी भिजवा दिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि इनके पास मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। इसके बाद सीकर जिले के दोतारामगढ़ से किशनलाल रैगर सहित अन्य लोग भीलवाड़ा पहुंचे। किशन लाल ने मृतक की पहचान अपने दलतपुरा, दातारामगढ़ सीकर निवासी भतीजे ओमप्रकाश 32 पुत्र पोखरराम रैगर व युवती की पहचान किशनगढ़ रेनवाल निवासी पूजा 25 पत्नी कमलेश कुमार रैगर के रूप में की। ओमप्रकाश व पूजा चचरे भाई-बहन थे। परिजनों का कहना था कि ओमप्रकाश, पूजा को लेकर बैंगलुरु से घर लौट रहा था। पुलिस ने दोनों शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिये। उधर, अभी तक इनकी मौत की गुत्थी नहीं सुलझ पाई कि इन दोनों की चलती ट्रेन से गिरने या एक को बचाने के प्रयास में दूसरे के गिरने या फिर जानबुझ कर ट्रेन से कूदने से मौत हुई है। किशनलाल ने बताया कि उसका भतीजा ओमप्रकाश विगत पांच साल से कर्नाटक के बैंगलुरु में मार्बल का काम कर रहा था। वहीं पूजा, अपने ससुराल किशनगढ़ रैनवाल में थी। जीआरपी चौकी प्रभारी ने कहा कि पूजा, 5 जुलाई को अपने ससुराल किशनगढ़ रैनवाल से बिना परिजनों को बताये गायब हो गई थी। इसके चलते परिजनों ने रेनवाल थाने में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। पूजा, ससुराल से ओमप्रकाश के पास बैंगलुरु चली गई थी। चौकी प्रभारी के अनुसार, पूजा के बैंगलुरु में ओमप्रकाश के पास जाने की सूचना परिजनों को मिली थी। मंगलवार को परिजन वहां जाने की तैयारी कर रहे थे, इस बीच, परिजनों को पूजा व ओमप्रकाश की मौत की सूचना जीआरपी से मिली तो वे भीलवाड़ा आ गये।