दो साल पहले सड़क निर्माण का बोर्ड लगा भुला विभाग और ठेकेदार, आमजन परेशान।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|सरकारी काम मे लापरवाही की हद तो तब हो गई, जब 21 माह पहले ठेकेदार ने एक सड़क निर्माण कार्य का बोर्ड लगाया और वहां सड़क बनाना ही भूल गया। न तो पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नींद खुली और न ही जनप्रतिनिधियों ने भी सुध ली। और तो और कलक्टर की रात्रि चौपाल भी हो गई, लेकिन सड़क निर्माण की प्रगति पर जिक्र तक नहीं हुआ। यह हाल चित्तौड़गढ़ जिले के नेवरिया से जवासिया सड़क निर्माण कार्य का जहां ठेकेदार ने सड़क निर्माण का बोर्ड लगा कर काम चालू नहीं किया जिसमें बारिश में सड़क की दुर्दशा का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा।
जिला सड़क लिंक रोड भीलवाड़ा में पक्की सड़क तो चित्तौड़गढ़ में कच्ची पेवर रोड़
चित्तौड़गढ़ के नेवरिया से जवासिया तक इस सड़क के लिए डीेएमएफटी फण्ड से 70 लाख रुपए स्वीकृत हो गए परन्तु पीडब्ल्यूडी विभाग व ठेकेदार ने सड़क बनाने में देरी की इसका कारण क्या है भगवान जाने परन्तु मौके पर कीचड व फिसलन से राहगीरों को खासी परेशानी हो रही है, यह सड़क दो जिलों को जोड़ती है जिसमें भीलवाड़ा जिले में पक्की सड़क है तो चित्तौड़गढ़ जिले के नेवरिया से जवासिया तक कच्ची सड़क देखने को मिलेगी जिससे वाहन चालको को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें दो पहिए वाहन चालक फिसलन से चोटिल हो रहे हैं।
सड़क निर्माण से समय व दुरी की होगी बचत, लोग आर्थिक और शारीरिक परेशानी से बचेंगे
नेवरिया से जवासिया सड़क निर्माण होने से वाहन चालकों को समय व दुरी कम तय करनी पड़ेगी साथ ही लोगों को आर्थिक बचत मिलेगी एवं गिरने या चोटिल होने, घायल होने जैसी परेशानी से भी निज़ाज मिलेगी, अन्य गांवो से कनेक्टविटी बढ़ेगी।
डी.एम.एफ.टी. फण्ड से सड़क स्वीकृत
चित्तौड़गढ़ जिले के नेवरिया से जवासिया सड़क डीेएमएफटी फण्ड से 70 लाख रुपए की स्वीकृति जारी हो गईं परन्तु सड़क पर कार्य प्रारंभ नहीं किया गया।
सरकार को होगा नुकसान बजट बढ़ाना पड़ेगा
सड़क स्वीकृति को करीब दो साल होने पर सड़क निर्माण नहीं किया गया जिससे यदि अब सड़क निर्माण शुरू होगा तक पर बजट बढ़ाना पड़ेगा, जिससे सरकारी को नुकसान उठाना पड़ेगा।
सड़क कार्य प्रारंभ करने की दिनांक से दो साल होने आये परन्तु मौके पर सिर्फ कीचड
सरकार ने सड़क डीेएमएफटी फण्ड से बजट जारी करते हुए ठेकेदार को कार्य प्रारंभ 13 अक्टूबर 2023 की दिनांक जारी की परन्तु दो साल होने पर भी मौके पर कीचड फैल रहा परन्तु सड़क निर्माण को दो साल देरी हो गई, वहाँ सिर्फ बोर्ड के सिवाय अभी तक ओर कुछ नही लगा।
क्षेत्र के लोगों ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारी से शीघ्र सड़क निर्माण की मांग
सड़क स्वीकृति जारी हुए दो साल होने आए परन्तु मौके पर कीचड होने से क्षेत्र के लोगों को खासी परेशानी हो रही एव सीधी कनेक्टविटी नहीं मिल रही है दूसरी जगह जानें में काफी अधिक समय लग रहा है साथ ही आर्थिक नुकसान हो रहा है इसलिए ग्रामीणों ने मांग की है कि जनप्रतिनिधि व अधिकारी इस सड़क निर्माण को शीघ्र चालू करवाये।
पांच बार के विधायक जीनगर, क्षेत्र में सब तरफ सड़को के यही हाल
कहने को तो यहाँ के वर्तमान विधायक अर्जुनलाल जीनगर है जो पांच बार के जीते विधायक है, लेकिन इनके विकास के पहियों के तो जैसे जंग की लग गया है, इनके क्षेत्र में विकास तो दूर दूर तक दिखाई नही देता है लेकिन खराब ओर टूटी फूटी सड़के, सड़को पर कीचड़, सड़को पर बहता गन्दा पानी, जगह जगह गन्दगी के ढेर यह सब जरूर दिख जाएगा, लगता है जनता के साथ साथ इन्होंने भी मान लिया कि अगली बार यहाँ से टिकिट नही मिलने वाला फिर काम करवाये या नही क्या फर्क पड़ता है।
ठेकेदार ने सड़क निर्माण कार्य का बोर्ड लगाया परन्तु कार्य प्रारंभ नहीं किया
चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन राशमी विधानसभा क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत के लिए दो साल पूर्व नेवरिया से जवासिया तक सड़क निर्माण के लिए डीएमएफटी फण्ड से 70 लाख रुपये स्वीकृत हुए थे। लेकिन इसके बाद भी सड़क नहीं बनी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने संवेदक श्री सांवलिया एंटरप्राइजेज कांटी को सड़क निर्माण करने के लिए अधिकृत किया परन्तु ठेकेदार ने वहाँ बोर्ड तो लगा दिया लेकिन सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया।
बारिश में कच्ची सड़क बनी बैरन
नेवरिया-जवासिया मार्ग की सड़क 21 माह से पेवर सड़क की राह ताक रही है। बारिश में हालात काफी भयावह हो चुके हैं। इसकी दुर्दशा आमजन के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है। हल्की बारिश में ही इस ग्रेवल सड़क से गुजरना मौत को दावत देने जैसा है।
खास बात यह है कि भीलवाड़ा जिले की सीमा में प्रवेश करते ही पक्की सड़क आती है, लेकिन चित्तौड़गढ़ की सीमा क्षेत्र में यह सड़क कच्ची बनी हुई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी और संवेदक कोई भी इस मार्ग की स्थिति को लेकर गंभीर नहीं हैं। जबकि इसका कार्य साल 2024 मे ही पूरा होना था।
यह सड़क आसपास के गांवों के लिए जीवन रेखा मानी जाती है। बावजूद इस मार्ग की अनदेखी से स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ढिलाई जनता के लिए बनी परेशानी
सबसे बड़ी बात तो यह कि यहाँ विधायक भी भाजपा से, सांसद भाजपा से, राज्य और केंद्र में भाजपा सरकार तो फिर डबल इंजन सरकार के बड़े बड़े दावे यहाँ धरातल ओर नजर क्यो नही आ रहे।
भले ही सरकारी स्तर पर जनसुनवाई, रात्रि चौपाल और भी कई तरह के समस्या समाधान के दरबार लगे, लेकिन 21 माह बाद भी जब नेवरिया-जवासिया की यह ढाई किलो मीटर सड़क नहीं बन पाई, तो सरकार की आम जनता के प्रति जवाबदेही के वो तमाम दावे खोखले साबित हो रहे है और अब खामियाजा जनता भुगत रही है।
इनका कहना
पीडब्ल्यूडी के एईएन नवीन अग्रवाल का कहना है कि अभी तो बारिश है तो काम नही हो सकता बारिश के बाद जल्द काम शुरू करवा देंगे, अभी रोड को सही करवा देते है ताकि राहगीरो को असुविधा ना हो।