ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|हिंदुत्व की राजनीति करने वाली भाजपा ये भी भूल गई कि भगवान की तस्वीर लेते या देते समय तो अपनी चरण पादुका को उतारा जाना चाइये था।मौका था साँवरिया जी मन्दिर मण्डल द्वारा सीएम भजनलाल शर्मा का स्वागत कर मन्दिर मण्डल में स्थान देने के लिए आभार जताने का, इस मौके पर जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष रतन लाल गाडरी, मन्दिर मण्डल के अध्यक्ष हजारी दास वैष्णव, सदस्य मिट्ठूलाल जाट, अर्जुन जीनगर सहित मन्दिर मण्डल कार्यकारिणी ने सीएम का उपरना ओढ़कर स्वागत करते हुए उन्हें मेवाड़ मालवा ही नही पूरे देश मे विख्यात कृष्णधाम सांवरिया सेठ में आने का न्यौता देते हुए भगवान सांवरिया सेठ की तस्वीर भेंट करते समय सभी पदाधिकारी सहित स्वयं सीएम ने भी भगवान की तस्वीर अपने हाथों में लेते समय अपने जूते उतारना उचित नही समझा, अब यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, साथ ही जहाँ सांवरिया सेठ के करोड़ो भक्त है कई लोगो ने सोशल मीडिया पर इसे ट्रोल किया और नाराजगी भी जता रहे है, वही लोगो का मानना है कि ऐसा करना सही नही है ऐसे कृत्य पर सभी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाइये ओर आगे से ऐसा ना हो इसके लिए ध्यान रखना चाइये।
प्रसाद भी जूते खोलकर लेते है फिर यह तो भगवान की तस्वीर थी।
खास बात यह कि हम भगवान का प्रसाद भी लेते है तो यह हमारी संस्कृति और संस्कार है कि उस समय भी हम जूते खोलकर प्रसाद ग्रहण करते है फिर हिंदुत्व ओर हिन्दू की बाते करने वाली भाजपा कैसे भूल गई कि ये तो भगवान सांवरिया सेठ की तस्वीर हाथ मे लिए हुए है ऐसे में भगवान संवरिया सेठ के भक्तो की भावनाओं को भी गहरी ठेस पहुंची है।