शाहपुरा-पेसवानी
शाहपुरा कस्बे के सुदर्शन नगर में रविवार को विद्या विहार वाटिका और संयम कीर्ति स्तंभ का भव्य उद्घाटन एवं लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भीलवाड़ा सांसद दामोदर लाल अग्रवाल रहे। नगर पालिका और संकल दिगंबर जैन समाज के संयुक्त प्रयास से यह स्थल तैयार किया गया है, जो अब नगर में संयम, आस्था और प्रेरणा का नया प्रतीक बनकर उभरा है। समारोह में भामाशाह माणकचंद गोदा, दिनेश गोदा, चंवलेश्वर तीर्थ कमेटी के पदाधिकारी, शाहपुरा सकल दिगम्बर जैन समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस परियोजना के अंतर्गत नगर पालिका शाहपुरा द्वारा विद्या विहार वाटिका का निर्माण कराया गया, जिस पर कुल 8.70 लाख रुपये का व्यय किया गया, जबकि जैन समाज की ओर से संयम कीर्ति स्तंभ पर 5.5 लाख रुपये खर्च किए गए। इस प्रकार कुल लगभग 14.20 लाख रुपये की लागत से इस प्रेरणादायक स्थल का निर्माण कार्य संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि सांसद दामोदर अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज की स्मृति में तैयार यह वाटिका और संयम स्तंभ समाज को सदाचार और संयम का संदेश देगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का कार्य जोरों पर है और यह आयोजन उसी दिशा में एक सार्थक पहल है।
नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि शाहपुरा में अब चार प्रमुख स्मारक तैयार किए जा चुके हैं जो नगर की पहचान बनेंगे। उन्होंने सांसद से मांग की कि पिवणिया तालाब को रमणीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु बगरू जाने वाले रास्ते पर पुलिया का निर्माण करवाया जाए, जिससे आने-जाने की सुविधा बेहतर हो सके। इसके साथ ही शाहपुरा को रेल नेटवर्क से जोड़ने की पुरानी मांग को भी दोहराते हुए उन्होंने इस दिशा में ठोस प्रयास करने की अपील की।
जैन समाज अध्यक्ष महावीर सोगानी ने जानकारी देते हुए बताया कि संयम कीर्ति स्तंभ का निर्माण समाज की आस्था, प्रेरणा और शांति के प्रतीक रूप में किया गया है। उन्होंने कहा कि यह स्तंभ संत विद्यासागर महाराज के संयमित जीवन का आदर्श प्रस्तुत करेगा और समाज के हर वर्ग को प्रेरणा देगा।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि चिनार बैरवा, भाजपा मंडल अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी, नगर पालिका पार्षद, जैन समाज के प्रमुख सदस्य और बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संतोष जैन ने किया तथा अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
शहरवासियों के लिए यह नया स्थल जहां धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता का प्रतीक बनेगा, वहीं आने वाली पीढ़ियों को संयम, सेवा और स्वच्छता जैसे मूल्यों के प्रति जागरूक करने का कार्य करेगा। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थितजनों ने वाटिका एवं स्तंभ स्थल का अवलोकन किया और संत विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।