पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा आरटीओ टीम के चलते सोमवार शाम चित्तौडग़ढ़-अजमेर पुर बाईपास हाईवे पर स्थित ग्रिड के निकट फिर हादसा हो गया। गनीमत रही कि दो ट्रकों की जोरदार भिड़न्त के बावजूद कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन दोनों ट्रकें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है। हादसे के बाद आरटीओ की टीम वहां से भाग छूटी। हादसे से नाराज चालकों ने कुछ देर के लिए हाईवे पर जाम लगा दिया।जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंच कर खुलवाया। अब ट्रक चालक आरटीओ की टीम को ढूंढ रहा है कि उनके नुकसान का हर्जाना कौन देगा। जानकारी के अनुसार हरियाणा के यमुना नगर से प्लाई भरकर महाराष्ट्र जा रहे इरशाद खान के ट्रक को भीलवाड़ा आरटीओ की टीम ने पुर बाईपास पर स्थित ग्रिड के निकट अचानक हाथ दिया। इरशाद ने टीम के जवान को बचाने के चक्कर में तेज ब्रेक लगाये। जवान तो बच गया लेकिन पीछे से आ रहा ट्रक चालक अपने वाहन पर काबू नहीं कर पाया और इरशाद के ट्रक से जा टकराया जिससे इरशाद का ट्रक और उसमें भरी प्लाईयां क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि पीछे से आ रहे ट्रक के चालक सोहिल के चेहरे और जुबान पर चोट लगी। साथ ही उसके ट्रक की केबिन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई ।घायल सोहिल को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आपको बता दे कि भीलवाड़ा आरटीओ की टीम में शामिल लोग तेज गति से आते हुए ट्रकों के सामने अचानक आ खड़े होते है जिससे अब तक टीम में शामिल कई कर्मचारी मौत के शिकार भी हो चुके है लेकिन अधिकारी कर्मचारियों की मौत को दरकिनार कर कुछ दिन बाद फिर जांच के नाम पर वसूली में जुट जाते है। ऐसा ही आज हुआ जिससे दोनों ट्रक क्षतिग्रस्त हो गये लेकिन टीम का कर्मचारी सुरक्षित बच गया। हादसे के तत्काल बाद अनिल नामक अधिकारी और टीम में शामिल कर्मचारी वहां से भाग छूटे। वहीं आरटीओ की टीम के चक्कर में अपने ट्रक का नुकसान करा बैठे इरशाद ने बताया कि इस घटना के बाद अन्य ट्रक चालकों ने नाराजगी जताते हुए अजमेर चित्तौड़ बाईपास पर जाम भी लगा दिया। कुछ समय बाद पुर थाने से मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाईश कर जाम खुलवाया। इरशाद ने बताया कि उसे करीब डेढ लाख रुपए का हुआ और अब वह आरटीओ की टीम को ढूंढ रहा है जो दुर्घटना के बाद घायलों को संभालने के बजाय भाग छूटी थी।