दिनेश सनाढ्य
स्मार्ट हलचल|मांडलगढ़ तहसील के लाडपुरा ग्राम पंचायत के माता जी का खेड़ा गांव के बच्चों को हर रोज़ अपनी जान जोखिम में डालकर विद्यालय पहुंचना पड़ता है। गांव से स्कूल तक का रास्ता एक उफनती नदी से होकर गुजरता है, जिस पर ना तो कोई पुल है और ना ही कोई वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग। बारिश के दिनों में यह नदी विकराल रूप ले लेती है, जिससे स्कूली बच्चों को जान हथेली पर रखकर नदी पार करनी पड़ती है।पिछले 6 दिनों से नदी में पानी का बहाव ज्यादा होने से बच्चे विद्यालय नही जा सके। बच्चो ने बताया कि हमेशा कपड़े गीले हो जाते है। और कही बार फिसलने से पुस्तको का बेग भी गीला हो जाता है।
स्थानीय निवासी बताते हैं:*
“हर सुबह डर लगता है कि हमारे बच्चे लौटकर आएंगे या नहीं। मगर पढ़ाई भी जरूरी है, इसलिए मजबूरी में भेजते हैं।”
बीमारी बने मौत का कारण*
गांव में यदि कोई बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल पहुंचाना बेहद मुश्किल हो जाता है। तेज बारिश के दौरान सड़कों की कमी और नदी का उफान किसी भी बीमार को समय पर इलाज नहीं मिलने देता। कई बार जान बचाना मुश्किल हो गया है।
प्रशासनिक दावे हर बार चुनाव के वक्त सुनाई देते हैं, लेकिन जमीन पर हालात जस के तस बने हुए हैं।