सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल|सुबह 5:00 नहीं पहुंचने पर सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। इससे नाराज पार्षदों ने आज सोमवार को अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर के खिलाफ धनराज देने के रूप में उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सभी पार्षद उन्हें हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।
पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने बताया कि खिलाफ प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद भी अभी तक अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर को हटाया नहीं गया है। इसके खिलाफ पार्षदों ने नगर निगम में आज सोमवार को गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। यहां अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर के खिलाफ 40 से अधिक पार्षदों ने निगम के गेट पर एकत्रित होकर नारेबाजी की।
पार्षदों का कहना है कि दिसंबर महीने में सदन की बैठक के दौरान अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी को हटाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था। पार्षदों में आरोप लगाया कि उनके क्षेत्रों के सफाई कर्मचारियों और सफाई इंस्पेक्टरों को जबरन हटाए जाने की वजह से क्षेत्रों में गंदगी की समस्या बढ़ रही है। प्रशासन द्वारा सदन के निर्णय की अनदेखी किए जाने का भी आरोप लगाते हुए पार्षद दल के नेता नवीन पंडित समेत अन्य पार्षदों ने भी चेतावनी दी कि जबतक अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी को हटाया नहीं जाता, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
याद रहे कि यहां नगर निगम द्वारा हाल में ही सफाई कर्मचारियों को लेकर एक ऐसा फरमान जारी किया है, जो ना केवल गंदगी कायम रहे के संकल्प को पूरा करने वाला है ,बल्कि सफाई कर्मियों को उनकी जान लेने की हद तक प्रताड़ित करने वाला भी है। जिसकी शुरुआत भी संविदा पर नियुक्त एक सफाई पर्यवेक्षक लगभग 45 साल के संदीप कुमार की असमय मौत से हो चुकी है ,क्योंकि जारी किए गए इसी फरमान के आधार पर सुबह 5:00 बजे सफाई करने वाले समय को लेकर नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उसे नौकरी से हटा देने की धमकी भी दी थी। जिसकी वजह से बहुत तनाव में तनाव में था। इसी के बाद अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। जानकारी होने पर पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने हर संभव सहायता करते हुए उसे तत्काल ही हालत अस्पताल में भर्ती कराया था,जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी।
इस फरमान के मुताबिक जो भी सफाई कर्मी सुबह 5:00 बजे संबंधित वार्ड में सफाई करने नहीं जाएगा। उसे वापस कर दिया जाएगा।
यही वजह है कि पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने इस फरमान को तत्काल वापस दिए जाने की मांग सबसे पहले की।
पार्षद दल के नेता नवीन पंडित पंडित यह भी सवाल उठाते हैं कि जारी आदेश निर्देश के मुताबिक प्रातः 5:00 बजे से 7:00 बजे तक मुख्य मार्गो की साफ-सफाई, कूड़ा उठान का कार्य पूरा किए जाने के बाद भी अगर सुबह 7:30 या 8:00 बजे आवारा कुत्तों और गायों आदि ने जगह-जगह फिर गंदगी कर दी तो फिर उसे साफ करने कौन आएगा ? पार्षद दल के नेता नवीन पंडित ने कहा कि जारी किया गया फरमान किसी भी दृष्टिकोण से आम जनता के हित में नहीं है।
उन्होंने बताया कि इसीलिए पार्षदों का धरना तब तक जारी रहेगा। जब तक पास किए गए प्रस्ताव के मुताबिक अतिरिक्त नगर स्वास्थ्य अधिकारी को हटा नहीं दिया जाएगा। क्योंकि गंदगी और सफाई कर्मचारी के उत्पीड़न की असली वजह वही है।