:- 75 घण्टे में 75 डाक कावड़ यात्रियों ने 1008 किलोमीटर की दूरी तय कर लाये जल से हुआ अभिषेक
:- बम-बम भोले के जयकारो से गूंजा मन्दिर परिसर
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी\स्मार्ट हलचल|कोटडी मुख्यालय स्थित भगवान श्रीचारभुजानाथ दरबार के धर्माऊ तालाब में आस्था को केन्द्र नीलेश्वर महादेव का श्रावन मास के चौथे सोमवार को द्वारिका के गोमती नदी से डाक कावड़ में भर का लाए पवित्र जल से अभिषेक किया गया। जल लाने के लिए कोटड़ी से भोले के 75 श्रद्धालुओं का डाक कावड़ दल शुक्रवार को द्वारिकाधीश के दर्शन कर रवाना हुआ। श्रीचारभुजा युवा शक्ति संगठन व संरक्षक पूर्व प्रधान जमना लाल डिडवानिया के तत्वावधान में डाक कावड़ यात्रा 75 घण्टे लगातार चलती हुई 1008 किलोमीटर लंबी दूरी तय कर द्वारिकाधीश गुजरात से सोमवार को कोटड़ी श्याम दरबार पहुची। यात्रा भीलवाड़ा, सवाईपुर मार्ग से कोटड़ी में प्रवेश करने के दौरान ही श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। सोमवार को कोटड़ी पंहुचने पर भगवान श्रीचारभुजानाथ व भोलेनाथ के भक्तों ने पुराना बसस्टेण्ड पर भव्य आतीषबाजी, पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। कावड़ियों का जत्था जिस मार्ग से गुजरा वातावरण जयकारों से गूंज उठा। वहीं कस्बे के पुराना बसस्टेण्ड, सदर बाजार होते हुए मेवाड़ क्षेत्र के आस्था का धाम कोटड़ी श्याम के दर पर मत्थाटेका तथा मन्दिर के 108 परिक्रमा की गई। कावड़ यात्रा के सफल सम्पन्न होने पर एक-दूजे को बधाई दी तथा भक्तों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी। कावड़ में लाए जल से कोटडी कस्बे के सभी मंदिरों में विराजित प्रतिमाओं का भी जलाभिषेक किया जाएगा। साथ ही कस्बेवासियों ने भी 1008 किमी की दूरी तय कर पंहुचे कावड़ियों के स्वागत में पलक पावड़े बिछा कर भव्य स्वागत किया। साथ ही प्रभू श्रीचारभुजानाथ के जलझूलनी एकादशी से पूर्व दशम को होने वाले अभिषेक के दौरान भी द्वारका से लाए पवित्र जल से अभिषेक करने के लिए मन्दिर के गर्भगृह में जल को सुरक्षित पात्र भें भर कर रखा गया। डाक कावड़ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में चर्चा बनी हुई है।