श्री अ. मा. शांत कान्तिजैन महिला संघ ने कियातपस्विनी का किया अभिनन्दन
गुंजे चौबीसी के जयकारे
ब्यावर|स्मार्ट हलचल|जैन धर्म में तप की खासी महत्ता है। चातुर्मास के दौरान श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं ने तप करने की होड़ लगी रहती है। तप से आत्मा कुंदन बनती है इस युक्ति को सार्थक किया नगर की तपस्विनी साधिका सुनीता दाधीच ने…विगत 27 दिनों से अन्न जल के चैौविहार उपवास करने वाली तपस्विनि साधिका सुश्राविका सुनिता दाधीच का. श्री. अ. भा साधुमार्गी शांत क्रांति जैन महिला मण्डल के तत्वाधान में मासखमण तप की दिव्य अनुमोदना करते हुए भव्य स्वागत,
अभिनंदन करते हुए बहुमान किया गया।
समूचा क्षेत्र गूंज उठा नवकार महामंत्र से..
नेहरू गेट बाहर संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानचन्द डेढिया के आवास पर आयोजित तप बहुमान समारोह का आगाज नवकार महामन्त्र सामूहिक जाप से हुआ। श्रद्धालुओं के नवकार जाप से पूरा क्षेत्र नवकार मय हो गया।
गुंजे चौबीसी गीत झलकी श्रद्धा भक्ति…
सुश्रविका मास lखमण तप साधिका सुनीता दाधीच के सम्मान में चौबीसी गीतों के कार्यक्रम महिला मंडल की सिरमौर शारदा जलानी के नेतृत्व से हुआ।महिला मंडल की सेवा समर्पित सदस्यों ने सुर में गांवू सरगम मैं गावू ऐसी चुनर लाना भैया…. केसरिया केसरिया आज हुए हम केसरिया…
अनुमोदना,अनुमोदना बारंबार
अनुमोदना….कभी वीर बन के महावीर बनके चले आना…मेरे श्याम सल्लोनी तपस्विनी को किसी की नजर ना लगे…आदि चौबीसी स्तुति भजनों एवम गीतों के तप की अनुमोदना करते हुए समूचे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।
तपस्विनी का किया बहुमान..
महिला मंडल की सदस्य गण अपने बीच सुश्राविका को पाकर खूब अभिभूत एवं प्रफुल्लित दिखाई दिए। हर्ष हर्ष,जय-जय,वंदे वीरम वंदे वीरम के गगनचुंबी नारों का गुंजन करते हुए तपस्विनी का मंडल प्रमुखों ने मोतियों की माला एवं हार से स्वागत किया वही श्रावक संघ के अध्यक्ष संपतराज ढेड़ीया ने रजत स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया। मंडल की शारदा छलानी, अध्यक्ष कौशल्या ढेड़ीया महामंत्री पूजा छलानी,नीरू जैन सहित उपस्थित श्राविकाओं ने तपस्विनी का बहूमान तप से किया सभी ने तप का संकल्प लेते हुए चुंदडी ओढ़ा कर बहुमान किया।इस मौके पर संघ की ओर संदीप ढेड़ीया व मनोज बडोला ने जैन दुपट्टा पहन कर तप साधिका का अभिनंदन किया।
बहुमान समारोह में इन्होंने की शिरकत..
तप बहुमान कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष कौशल्या ढेड़ीया,शारदा छलानी,निधि डागा,पूजा छलानी,नीरू जैन प्रियंका खटोड़,सुमन श्रीश्रीमाल, कविता ढेड़ीया,डॉ मृणाल बाग,वनिता छलानी, संघ अध्यक्ष संपतराज ढेड़ीया,युवा संघ के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री प्रकाश जैन डॉ संदीप बाघ, मनोज बडोला,प्रफुल्ल भंडारी संदीप ढेड़ीया,मनोज बडोला सहित श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं ने शिरकत की।
बहुमानसे पूर्व तपस्विनी बोली तप का का सम्मान तप से हो..
तपस्विनी दाधीच का बहुमान शुरू हुआ तो मासखमण साधिका ने बोलते हुए कहा कि तप का सम्मान तप से होगा तो तप की महत्ता रहेगी।जैसे ही साधिका बोली तपस्विनी के सम्मान में तप करने के संकल्प की होड़ लग गई। श्रद्धालू श्रावक श्राविकाओ ने एकासन,बियासना, उपवास बेला तेला,पंचोला, निवी तप ,आयंबिल सामायिक साधना आदि तप करने का संकल्प लेते हुए तपस्विनी का मोतियों का हार पहनाकर बहूमान किया।
जैनाचार्य विजय गुरु से लिया आशीर्वाद..
बिना अन्न जल के मासखमण तप साधिका सुनीता दाधीच ने रविवार 3 अगस्त को जयपुर में वर्षावास हेतु विराजित जैन जगत की दिव्य विभूति, राष्ट्र संत जैनाचार्य प्रवर श्री विजय गुरुदेव से 25 उपवास के प्रत्याख्यान के साथ 31 उपवास करने का संकल्प लिया। श्री विजय गुरुदेव ने कहा तपस्या करना सहज है पारणा करना कठिन है। तप के बाद पारणा का पूर्ण ध्यान रखें। जीवन में सेवा को मुख्य लक्ष्य बनाएं, सेवा साधना बने ऐसा संकल्प ले। निष्काम भाव से की गई सेवा का निश्चित प्रतिफल मिलता है।इस मौके पर ब्यावर एवम चेन्नई, जयपुर सहित अनेक क्षेत्रों के सैकडों श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।