बिन्टू कुमार
नारायणपुर|स्मार्ट हलचल|कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों सड़कों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है। दिन में तो लोग किसी तरह से इनसे बचकर निकल जाते हैं, लेकिन रात के अंधेरे में ये मवेशी जानलेवा साबित हो रहे हैं। खासकर जब बिजली की रोशनी कम होती है या मार्गों पर पर्याप्त स्ट्रीट लाइट नहीं होती, तब सड़क के बीचोंबीच बैठे ये काले रंग के सांड या गाय वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। आए दिन दोपहिया वाहन चालकों के चोटिल होने की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद नगरपालिका प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन न तो इन पशुओं को पकड़ने के प्रयास हुए और न ही कोई जागरूकता अभियान चलाया गया। परिणामस्वरूप आमजन को हर रोज डर और खतरे के माहौल में सफर करना पड़ रहा है। ग्रामीण युवाओं ने इस मुद्दे पर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि प्रशासन समय रहते कार्रवाई नहीं करता तो बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। उनका कहना है कि इन आवारा पशुओं को गौशालाओं में भेजने की आवश्यकता है, जिससे सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके और नागरिकों की जान जोखिम में न पड़े। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि रात को मुख्य सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था दुरुस्त की जाए, ताकि हादसों से बचा जा सके। समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है, लेकिन अब भी प्रशासन मौन है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा, ताकि सड़कें फिर से सुरक्षित हो सकें और आमजन चैन की सांस ले सकें। इधर नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी विशाल यादव ने बताया कि आवारा पशुओं को पकड़वाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही कार्य आदेश (वर्क ऑर्डर) जारी कर इस कार्य की शुरुआत कर दी जाएगी।


