बनेड़ा । राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा के सानिध्य में हरणी महादेव मंदिर भीलवाड़ा स्थित जाट धर्मशाला में पूर्व राज्यपाल एवं प्रख्यात किसान नेता चौधरी सत्यपाल मलिक के निधन पर एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जाट समाज के दर्जनों लोग इस अवसर पर एकत्रित हुए। सभा का आरंभ दिवंगत नेता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दो मिनट का मौन रखकर हुआ। सभा में वक्ताओं ने सत्यपाल के निजी जीवन, संघर्षपूर्ण राजनीतिक सफर और किसानों के प्रति उनकी निस्वार्थ निष्ठा को याद किया। वक्ताओं ने कहा “उन्होंने पद और सत्ता से ऊपर उठकर हमेशा सच का साथ दिया।” “किसानों के दर्द को उन्होंने अपनी जुबान नहीं, अपनी आत्मा से महसूस किया।” किसान आंदोलन के दौरान उनकी निर्भीक और स्पष्टवादी भूमिका का जिक्र करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सत्यपाल मलिक ने देश को यह सिखाया कि नेता का कद उसकी कुर्सी से नहीं, बल्कि उसके विचारों से बड़ा होता है। कार्यक्रम में यह भी संकल्प लिया गया कि सत्यपाल के अधूरे मिशन किसानों, मजदूरों और आम जनता के हक की लड़ाई को पूरी मजबूती से आगे बढ़ाया जाएगा।
अंत में उपस्थित जनों ने पुनः मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।