तस्करी में जब्त करीब 37 क्विंटल मादक पदार्थ को पुलिस ने जलाकर किया नष्ट।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल।चित्तौड़गढ़ जिले के 8 पुलिस थानों में जब्तशुदा अवैध डोडाचूरा, गांजा व स्मेक को न्यायालय से भौतिक सत्यापन व निर्णय के बाद मंगलवार को पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी की उपस्थिति में जिला औषधि व्ययन समिति द्वारा निम्बाहेड़ा स्थित वंडर सीमेंट वर्क्स की कीलन में जलाकर नष्ट किया गया। पुलिस द्वारा करीब 37 क्विंटल अवैध डोडाचूरा, गांजा व स्मेक को नष्ट किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि, जिले के पुलिस थानों के मालखाना एनडीपीएस एक्ट में जब्तशुदा मादक पदार्थों व वाहनों की वजह से भरे पड़े हुए हैं, जिससे अन्य जब्तशुदा मालों के रखने की समस्या आ रही थी। माल निस्तारण और थाने को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय की कार्य प्रणाली शाखा द्वारा संबंधित थानाधिकारियों से माल के निस्तारण के संबंध में प्रस्ताव प्राप्त कर, रिकॉर्ड तैयार किया गया।
उक्त कार्यवाही के दौरान पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, पुलिस निरीक्षक जोधाराम, थानाधिकारी सदर निम्बाहेड़ा संजय शर्मा सहित संबंधित 8 थानों के थाना प्रभारी एवं मालखाना प्रभारी व कार्यप्रणाली शाखा प्रभारी एएसआई मनोज कुमार एवं कार्यालय के कर्मचारियों आदि की उपस्थिति में आवश्यक रिकॉर्ड मिलान करने के बाद मादक पदार्थों का वजन किया गया तथा संबंधित मालों के वजन करने व नष्टीकरण की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो इसके लिए सम्पूर्ण कार्यवाही के समय फोटोग्राफी व विडियोग्राफी करवाई गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के थाना बेगूं, कोतवाली निम्बाहेड़ा, सदर निम्बाहेड़ा, चंदेरिया, मंगलवाड़, निकुम्भ, बिजयपुर व गंगरार कुल 8 पुलिस थानों में दर्ज कुल 10 प्रकरणों में से 7 प्रकरणों में अवैध मादक पदार्थ 36 क्विंटल 61 किग्रा 584 ग्राम डोडा चूरा, एक प्रकरण में 1 किलो 447 ग्राम गांजा व दो प्रकरणों में 4 ग्राम 74 मिलीग्राम स्मेक को जिला पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान तस्करों के कब्जे से जब्त किया गया था। उक्त सभी 10 प्रकरणों में जब्तशुदा अवैध मादक पदार्थो को जिला औषधि व्ययन समिति चित्तौड़गढ़ द्वारा वंडर सीमेंट के अधिकारियों यूनिट हैड नितिन जैन, मुख्य सुरक्षा अधिकारी नगेन्द्र सिंह, एडमिन हैड अखिलेश, एएफआर हैड अखिलेश रामदेव एवं अन्य टीम की उपस्थिति में मंगलवार को निम्बाहेड़ा स्थित वंडर सीमेंट प्लांट की कीलन में जलाकर नष्ट किया गया।