भरत देवड़वाल
जयपुर।स्मार्ट हलचल|विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी मीना महिला विकास संघ की जिला कार्यकारिणी के द्वारा सभी महिलाओं को तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया तथा एक गरिमामयी कार्यक्रम का आयोजन जिला संरक्षिका मुन्नीदेवी जी की अध्यक्षता में हुआ,जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश संरक्षिका डॉ कुसुमलता मीना रहीं।कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष मंजू जेफ ने महिला सशक्तिकरण और सामाजिक संगठनों में महिलाओं की भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए दहेज,मृत्युभोज,और विवाह पर व्यय को कम करने और वो पैसे समाज उत्थान में लगाने के लिए महिलाओं को प्रेरित करते हुए महिलाओं को समाज सुधार में आगे आने और अपने अपने जिलों की कार्यकारिणी से जुड़ने का आह्वाहन किया। ऋषिका मीना ने बालिका शिक्षा, महिला आत्मनिर्भरता, और सामाजिक बराबरी की महत्वता,
शिमला मीना ने आत्म सुरक्षा के लिये महिलाओं को जागरूक किया और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की अपील की है ताकि समाज में महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके
सविता मीना महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक किया और अपनी संस्कृति और संस्कारों को सहेजने के लिए प्रेरित किया ।
निधि मीना ने आदिवासी मीना महिला विकास संघ के बारे मे जानकारी देते हुए उन्होंने संघ से जुड़ेने की अपील की ।
जिला महासचिव प्रेम मीना ने विश्व आदिवासी दिवस के बारे में जानकारी दी और पौधे वितरण किए और सभी पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए वृक्षारोपण किया ।
नंदनी मीना ने महिला स्वास्थ्य पर बोलते हुए कैंसर रोग से बचने के उपाय सुझाए।अलवर राजगढ़ से आई सीमा सेहरा ने महिला पुरुष को गृहस्थी और समाज के दो स्तंभ बताएं और कहा कि आपसी सामंजस्य बैठाकर ही सामाजिक कार्य संभव हो सकते है
इस अवसर पर विभिन्न ग्रामों से आईं सैकड़ों आदिवासी महिलाओं ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, प्रेरक वक्तव्य और महिला उद्यमियों को सम्मानित करने का आयोजन भी हुआ।
अंत में मुन्नी मीना जिला संरक्षिका ने समाज में विवाह विच्छेद के बारे मे चिंता व्यक्त की और सुधार के उपाय की जानकारी दी ताकि परिवार विघटन होने से बचा जा सके और सभी को धन्यवाद दिया और सभी का आभार व्यक्त किया।