एक ट्रक सहित अब तक एक दर्जन से ज्यादा भारी वाहन फंस चुके
स्मार्ट हलचल देवली/टोंक|100 से भी ज्यादा दो पहिया वाहन अब तक फस चुके हैं इस नाले में|सबसे बड़ी समस्या जानवरों की किसान और पशुपालक चारे के लिए चिंतित।किसानों की सारी फसले हुई नष्ट मुआवजे की मांग।वाहन चालको को 20-30 किलोमीटर का चक्कर लगाकर देवली जाना पड़ता है।पनवाड़ से पनवाड़ मोड तक 3 किलोमीटर सड़क बनी मौत का सफर सड़क में 1 से 2 फीट तक गहरे गड्ढे।नाला बना पढ़ाई में बाधा बच्चे स्कूल जाने से एवं आने से कतरा रहे हैं।प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बावजूद भी नहीं हो रहा है समाधान ग्रामीणों ने दी आंदोलन चेतावनी।बिजली विभाग के लापरवाही नाले के ऊपर से निकल रही है झूलती हुई 11 केवी लाइन। बना रहता है हादसे का खतरा। अवगत कराने के बाद भी नहीं हटाई लाइन।ना कोई सूचना बोर्ड ना कोई सुरक्षा व्यवस्था।देवली उपखंड के पनवाड़ ग्राम में दो माह से बंद पड़े मार्ग से हालात खराब हो रहे हैं। जिससे स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि सीजन की भारी बरसात के चलते पहले भी पनवाड़ टापू बन गया जिससे निचली बस्तियों में और घरों में पानी घुस गया थाऔर भूतेश्वर महादेव के पास नाले में आज एक पिकअप उड़द से भरी हुई पलट गई जिसमें ड्राइवर सहित दो जनों को ग्रामीणों ने बचाया ड्राइवर ने बताया कि उनके मोबाइल सहित कागज पानी में डूब गए और वह सुरक्षित बचा लिए गए बताया गया कि नाले के पास ही बिजली के दो ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं और 11 केवी के तार बिल्कुल नीचे ही झूल रहे हैं जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है इस मामले में बिजली विभाग को भी कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही ग्रामीणों ने बताया कि इस नाले में अब तक एक गेहूं के ट्रक सहित लगभग एक दर्जन से ज्यादा बड़े वाहन अब तक फंस चुके हैं और 100 से ज्यादा दुपहिया वाहन भी फंस चुके हैं फिर भी प्रशासन बेखबर हैं। पुलिया बनाने को लेकर प्रशासन के झूठे वादे खोखले होते जा रहे हैं जिससे जनता का प्रशासन से विश्वास उठ गया है। अभी वर्तमान में माली मोहल्ला आसान मोहल्ला और भूतेश्वर महादेव के पास का नाला बंद पड़ा हुआ है जिससे ग्रामीणों को अपने पशुओं के लिए चारे की चिंता सताती नजर आ रही है और ग्रामीणों नंदकिशोर माली,रामकरण, राजकुमार खटीक,बद्रीलाल, ओमप्रकाश,छोटू लाल,यादराम, सोजी,अर्जुन माली,महावीर माली, निलेश सैनी आदि ने बताया कि अधिक बरसात के कारण खेतों में सारी फैसले नष्ट हो चुकी है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है।किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।ग्रामीणों ने बताया कि पनवाड़ सागर में अधिक पानी की आवश्यक से चादर चल रही है जिससे पानी की आवक लगातार बनी हुई है।इस मामले में पहले भी उपखंड अधिकारी को ज्ञापन में बताया गया था लेकिन आज तक धरातल पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे ग्रामीणों में जन आक्रोश फैला हुआ है अगर समय पर कार्य नहीं हुआ तो आंदोलन की चेतावनी दी है।