शाहपुरा@(किशन वैष्णव)अभियांत्रिकी का मतलब मानव की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजने की विज्ञान और व्यवसाय का तरीका है ऐसा ही एक तरीका क्षेत्र के जलदाय विभाग के कर्मचारी सत्यनारायण व्यास और बाबूलाल को अपनाना पड़ा वो भी बिना सुरक्षा पीपीई के।क्युकी तालाब के पास बनी जलदाय विभाग की पानी की टंकी की पैरा फेरी में पानी भरा है और उसमे वाल्व लगा हुआ है जिससे आमजनता को पानी सप्लाई होता है पिछले 8 दिनों तक पानी भरने की वजह से पानी सप्लाई बंद रही जिसके बाद कर्मचारियों ने अभियांत्रिकी तरीका अपनाते हुए लकड़ी से बना स्टेंड जिसे राजस्थानी में घोड़ी कहा जाता है उसका जुगाड किया और एक कर्मचारी को पानी में भेजा फिर वाल्व चालू करवाया।सप्लाई वाल्व जलमग्न होने से कर्मचारियों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।कर्मचारियों को किसी प्रकार की सुरक्षा और सुविधाएं उपलब्ध नही करवाई जा रही है करीब 3 फिट गहरा वाल्व है और पानी में कीचड़,काई और जोंक भी है।कर्मचारियों के पास ना तो गमबूट है और ना ही सुरक्षा के उपयोगी सामान।लेकिन कर्मचारियों को आमजन को प्यास बुझाने के लिए बीच पानी में जाकर कार्य करने को मजबूर है।