Accusations against BYJU’S founder:हाल ही में Byju’s के बोर्ड की एक बैठक हुई थी. इसके बाद कहा जाने लगा कि Byju’s के फाउंडर बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को कंपनी से निकाल दिया गया है. हालांकि, कुछ ही वक्त के बाद बायजू रवींद्रन ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह है और वह अभी भी Byju’s के सीईओ हैं और आगे भी बने रहेंगे. भले ही बायजू रवींद्रन अभी भी कंपनी के सीईओ हैं, लेकिन बोर्ड उनके खिलाफ नजर आ रहा है.
निवेशकों का आरोप है कि कंपनी 20 करोड़ डॉलर का राइट्स इश्यू लाने के लिए जिस प्रोसेस को अपनाया, वह कानून का पूरी तरह से उल्लंघन है। उन्होंने दलील दी कि राइट्स इश्यू लाने से पहले बोर्ड निदेशकों को असाधारण आम सभा (EGM) बुलानी चाहिए थी, जहां वे अपना वोट दे सकते थे। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
निवेशकों ने कहा कि अभी कंपनी में हमारी 25.4 फीसदी हिस्सेदारी है। अगर हम राइट्स इश्यू को सब्सक्राइब नहीं करते हैं, तो यह घटकर 2.5 फीसदी पर आ जाएगी। अगर राइट्स इश्यू सब्सक्राइब करते हैं, तो हमें नहीं पता कि हमारे पैसे का क्या होगा। निवेशकों ने दावा किया कि कंपनी के खिलाफ जांच जारी है और उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
पिछले कुछ दिनों में BYJU’S के भीतर कई निवेशकों और फाउंडर के बीच कई नाटकीय घटनाक्रम हुए। 23 फरवरी को शेयरहोल्डर्स ने रविंद्रन और उनके परिवार को बोर्ड से हटाने के लिए वोट दिया। रविंद्रन और उनके परिवार पर कभी देश की सबसे दमदार टेक स्टार्टअप में शुमार होने वाली BYJU’S को अपने गलत कामकाज से तबाह करने का आरोप भी लगाया गया।