लाखेरी – स्मार्ट हलचल|उपखंड क्षेत्र की बाढ़ ग्रस्त पंचायत रेबारपुरा के पंचायत सचिव के साथ मारपीट के फरार मुख्य आरोपियों को देईखेड़ा पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया, साथ ही आमजन में आरोपियों का डर खत्म करने के लिये पुलिस सुरक्षा के बीच देईखेड़ा कस्बे के मुख्य बाजार में आरोपियों के हाथ जकड़ कर पैदल घुमाया। देईखेड़ा पुलिस थाने के कार्यवाहक थानाधिकारी कन्हैयालाल मीणा ने बताया कि रेबारपुरा पंचायत सचिव ओ पी नामा ने विगत 26 अगस्त को थाने में रिपोर्ट सोपी थी कि पंचायत क्षेत्र के गांव में मेज नदी के उफान से बाढ़ग्रस्त गांव में प्रभावित ग्रामीणों के लिये राहत सामग्री लेकर जाते समय प्रतापगढ़ पुलिया के समीप पांच छ: जनो ने रोककर राहत सामग्री छीन ली और लातों घुसो से मारपीट की। घटना के बाद मौके पर अन्य राहगीरों की भीड़ जमा होने पर आरोपी भाग गये, जिससे राजकार्य में बाधा पहुचीं। इस पर जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र मीणा के निर्देश पर लाखेरी वृताधिकारी नरेंद्र नागर ने देईखेड़ा कार्यवाहक थानाधिकारी की अगुवाई में टीम गठित की पुलिस ने बताया कि पुलिस टीम ने इंदरगढ़ क्षेत्र से घटना के मुख्य आरोपी प्रहलाद गुर्जर व पप्पू लाल मीणा निवासी छप्पनपुरा को मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा व घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
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फरारी के दौरान आरोपी लगातार बदलते रहे ठिकाने व की शराब पार्टी
देईखेड़ा पुलिस थाने के कार्यवाहक थानाधिकारी कन्हैया लाल मीणा ने बताया कि आरोपी घटना के बाद से मौके पर जमा भीड़ का फायदा उठाकर भाग गए थे और इस दौरान आरोपियों ने लाखेरी क्षेत्र में उतराना इंदरगढ़ क्षेत्र में केमला कोटड़ी आदि जगहों पर छुपे ओर लगातार अपने ठिकाने बदलते रहे साथ ही फरारी के दौरान आरोपियो ने रोज रात को शराब पार्टी की ओर ठिकाने बदले अंत मे आखिर घटना के करीब एक सफ्ताह बाद पुलिस की दबिश की दौरान गिरफ्त में आ गए।
पंचायत सचिवों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक पंचायत में बाढ़ राहत शिविरों का कर रखा है बहिष्कार
रेबारपुरा पंचायत सचिव से राजकार्य के दौरान मारपीट की घटना के बाद से केशवराय पाटन पंचायत सचिव संघ ने अतिवृष्टि के बाद जिला कलेक्टर के निर्देश पर आयोजित बाढ़ राहत शिविरों का बहिष्कार कर रखा है जिससे आमजन के कार्य प्रभावित हो रहें थे।