उदयपुर 11 दिसम्बर|स्मार्ट हलचल|राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (उप-प्राचार्य) की उदयपुर शाखा द्वारा बुधवार शाम को जिला कलक्टर उदयपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उप–प्राचार्य पद को डाइंग कैडर घोषित करने की प्रक्रिया को शिक्षा तंत्र के लिए अत्यंत चिंताजनक बताया है।
जिला संयोजक डॉ इंद्रजीत सिंह राणा ने ज्ञापन का हवाला देते हुए बताया कि विद्यालयों में शैक्षिक प्रबंधन, अनुशासन, परामर्श तथा प्रशासनिक समन्वय की पूरी व्यवस्था उप-प्राचार्य स्तर पर संचालित होती है। ऐसे में इस पद को समाप्त करना न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि विद्यालयों की गुणवत्ता और जिम्मेदारी निर्धारण को भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित करेगा।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि विद्यालयों में नेतृत्व संरचना में उप-प्राचार्य की भूमिका केंद्रीय है,साथ ही उप-प्राचार्य पद स्कूल प्रबंधन और शैक्षिक गुणवत्ता का महत्त्वपूर्ण आधार स्तम्भ भी है इसलिए पद को समाप्त करने का प्रस्ताव शिक्षा हित के सर्वथा विपरीत है।
संगठन ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि उप-प्राचार्य पद को यथावत रखते हुए तत्काल आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएँ, ताकि राज्य की विद्यालयीन शिक्षा व्यवस्था और अधिक प्रभावी तथा उत्तरदायी रूप में संचालित हो सके।
इस अवसर पर ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष तरुण सोमपुरा जिला संयोजक डॉ इन्द्रजीत सिंह राणा सह-संयोजक जगदीश कुमार आहारी, चन्दा चौधरी ,वंदना आमेटा, ऊषा देवेंद, प्रभु लाल खटीक, देवीलाल गर्ग और अंबाव सिंह उपस्थित रहे।


