आवलहेड़ा सरकारी विद्यालय में शिक्षक द्वारा छात्रों के साथ अश्लील हरकत का मामला आया सामने।
शिक्षा मंत्री दिलावर के आदेश के बाद तत्काल निलंबन व हुई गिरफ्तारी।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|चित्तौड़गढ़ जिले में गंगरार के सालेरा के बाद अब बेगू पंचायत समिति क्षैत्र के आंवलहेड़ा गांव स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है। विद्यालय के शिक्षक शंभू लाल धाकड़ पर छात्रों के साथ अशोभनीय व अश्लील हरकतें करने का गंभीर आरोप लगा है। वीडियो वायरल होने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा, जिस पर उसे निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार, शिक्षक छात्रों को फेल करने की धमकी देकर डराता था और इसी दबाव में उनसे अनुचित व्यवहार करता था। छात्रों द्वारा की गई शिकायतों में यह भी उल्लेख किया गया है कि शिक्षक द्वारा छात्रों के अश्लील वीडियो भी बनाए गए जो इस पूरे मामले को और भी भयावह बना देता है। मामला सामने आते ही प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लिया। उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश अपनी प्रशासनिक टीम के साथ विद्यालय पहुंचे और छात्रों से विस्तारपूर्वक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान छात्रों के बयान और प्रारंभिक जांच में आरोपों को गंभीर व प्रथमदृष्टया सत्य मानते हुए आरोपी शिक्षक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश के बाद शिक्षा विभाग द्वारा उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
उपखंड अधिकारी ने जानकारी दी कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो शिक्षक के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरी है और ऐसी घटनाओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना से क्षेत्र में गहरा आक्रोश व्याप्त है। जैसे ही यह खबर फैली, बड़ी संख्या में अभिभावक, ग्रामवासी एवं छात्र संगठन के लोग विद्यालय परिसर में एकत्र हो गए।
मौके पर नायब तहसीलदार विष्णु यादव, बेगू थाना अधिकारी शिवलाल मीणा, सरपंच प्रतिनिधि नीलेश चतुर्वेदी, छात्र नेता रोहित धाकड़ सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। विद्यालय प्रशासन व शिक्षा विभाग ने छात्रों के मनोबल को बनाए रखने के लिए विशेष सतर्कता बरतने और मनोवैज्ञानिक सहयोग प्रदान करने के निर्देश जारी किए हैं।
इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं और यह संदेश दिया है कि विद्यालयों में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सख्त निगरानी और पारदर्शिता बेहद जरूरी है।
अश्लील वीडियो का मामला संज्ञान में आते ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है तथा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को आरोपी शिक्षक के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के आदेश दिए।
मंत्री दिलावर ने कहा कि आरोपी शिक्षक शंभू लाल धाकड़ ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दी है। ऐसे शिक्षक समाज पर कलंक है। जो समाज और शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर रहे है। इन्हें ऐसा दंड दिया जाएगा जो अन्य के लिए एक नजीर बने। मैने अधिकारियों को इस शिक्षक को कठोर से कठोर सजा देने के लिए कहा है।
शिकायत के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नए राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 के नियम 13 में पदक शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय भोपाल सागर में किया गया है।
6 महीने में ही जिले में ऐसा दूसरा बड़ा मामला
शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली ऐसी ही घटना 6 माह पहले 18 जनवरी को गंगरार उपखण्ड के सालेरा में हुई थी तब मास्टर अरविंद व्यास ने भी शर्मसार करने वाला कृत्य किया था, जिस पर भी शिक्षा मंत्री दिलावर के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने तो आरोपी शिक्षक शिक्षिका को तुरन्त हटा दिया था लेकिन आरोपी मास्टर पर आज तक भी कार्यवाही नही हुई।
यहाँ तुरन्त गिरफ्तारी फिर गंगरार पुलिस पर किसका दबाव
दोनों मामले शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाले हुए, पहले सालेरा शर्मसार हुआ तो अब आवलहेड़ा लेकिन आवलहेड़ा मामले में बेंगू थाना पुलिस ने बिना किसी दबाव के त्वरित कार्यवाही कर आमजन में कानून व्यवस्था के प्रति एक अच्छा सन्देश दिया लेकिन इसके विपरीत गंगरार पुलिस पर सम्भवतः राजनीति दबाव इतना रहा कि पुलिस थाने के पास ही आरोपी का घर होने के बावजूद पुलिस 6 महीने में भी उस तक नही पहुंच पाई, या यह कह सकते है कि आरोपी अरविंद व्यास राजस्थान की भाजपा सरकार और कानून से भी ज्यादा पावरफुल है जिसकी वजह से उसकी गिरफ्तारी तो नही हुई लेकिन मामले को उजागर करने वालो को जरूर इसकी सजा भुगतनी पड़ी जिससे क्षेत्र में पुलिस के लिए खासा रोष भी देखा गया।