ओम जैन
स्मार्ट हलचल|सबका साथ सबका विकास की मूल भावना के साथ काम करने आई डबल इंजन की भाजपा सरकार में अभी सब कुछ ठीक चल रहा यह बात कहना बिल्कुल सही नही होगा, क्योकि प्रदेश में कई बार भाजपा तो कई बार कोंग्रेस की सरकार भी रही लेकिन ऐसा पहली बार ही देखने को मिला कि सरकार के खुद मंत्री के खिलाफ ही भ्रस्टाचारीयो को बचाने के आरोप लग रहे और उनके पोस्टर भी बाजार में छप गए है।
वैसे तो प्रदेश भर में ओर खासकर सहकारिता विभाग के मंत्री गौतम दक के जिले चित्तौड़गढ़ में ही इनका विभाग शुरू से ही सुर्खियों में ही रहा है लेकिन इन दिनों सहकारिता विभाग खासा चर्चाओं में है। क्योंकि इस विभाग के मंत्री गौतम कुमार दक और रजिस्ट्रार मंजू राजपाल के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई न करने के खिलाफ अचानक रातोंरात पोस्टर लग गए, कई दिनों पहले जयपुर के 22 गोदाम पर लगा ये पोस्टर अब सोशल मीडिया की सुर्खियां बन चुका है, बडे होर्डिंग्स में लगे पोस्टर पर लिखा है कि करोड़ों के घोटालों के आरोपियों को सहकारिता मंत्री गौतम दक और रजिस्ट्रार मंजू राजपाल बचा रहे है, हालांकि अब ये पोस्टर होर्डिंग से हटा दिया गया, लेकिन ये वायरल पोस्टर कुछ दिन पहले का ही बताया जा रहा है। हालांकि हम इस वायरल पोस्टर की सत्यता की पुष्टि तो नहीं करते है लेकिन कही ना कही यह दबी जुबान बड़े राज खोल रहा है।
आखिर किसने लगाया मंत्री व रजिस्ट्रार के खिलाफ ऐसे पोस्टर
ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी आईएएस और मंत्री के खिलाफ सड़क पर इतने बड़े पोस्टर लगे हो, इस होर्डिंग पर मीडिया में छपी 7 खबरों का जिक्र किया गया है, जिसमें पोस्टर के जरिए मंत्री और रजिस्ट्रार पर कार्रवाई ना करने के आरोप लगाए गए है, हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि यह पोस्टर किसने और क्यों लगाए है, लेकिन फिलहाल सरकार और सहकारिता महकमे में जयपुर के होर्डिंग्स पर लगा ये पोस्टर चर्चा का विषय है, हालांकि सहकारिता मेले के उद्घाटन से पहले मंत्री के खिलाफ पोस्टर लगाने की चेतावनी दी थी, चेतावनी के बाद सहकारिता विभाग ने होर्डिंग चेक भी करवाए थे, जिसमें इस तरह का कोई पोस्टर नहीं लगे थे।
ये खबरे जिनका पोस्टर में जिक्र
– करोडों का बिना टेंडर ठेका, हर जिले में रेट अलग।
– सेहत से खिलवाड़, तीन जिलों में 1215 मां बाड़ी, डे केयर केंद्रों की जांच में खुलासा।
-37 हजार बच्चों को खिला दी खाद्य सामग्री।
-सरस के बजाय महान ब्रांड का घी।
-बिना टेंडर करोड़ों की खरीद, ब्रांडेड के नाम पर घटिया सामग्री सप्लाई, स्वास्थ्य से खिलवाड़।
आरोपों में कितनी सच्चाई?
पोस्टर मामले पर सहकारिता मंत्री गौतम दक और रजिस्ट्रार मंजू राजपाल ने अब तक चुप्पी साधी हुई है। ऐसे में सवाल ये है कि इन आरोपों में कितनी सच्चाई है, क्या वाकई घोटालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है या ये आरोप मनगढ़ंत है, इसकी जानकारी तो मंत्री और रजिस्ट्रार ही दे पाएंगे, जिसके लिए हमने सहकारिता मंत्री गौतम दक से मामले की जानकारी चाहने हेतु फोन पर सम्पर्क किया लेकिन उन्होंने हर बार की तरह इस बार भी फोन नही उठाकर मामले पर चुप्पी नही तोड़ी।
बिल्ली के भाग से आपके नसीब में चुनावी जीत का छींका फूटा
इधर वायरल हुई पोस्टर ओर लगातार जिले में भी इनके विभाग के अधिकारियों पर लग रहे भ्रस्टाचार के आरोप की ओर ध्यान नही दिए जाने पर मंत्री दक पर तीखा वार करते हुए विधानसभा चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी रहे कोंग्रेस नेता बद्री लाल जाट जगपुरा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि मेरा तो गौतम जी से यही निवेदन है कि बिल्ली के भाग से आपके नसीब में चुनावी जीत का छींका फूटा है तो उसे पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना की तरह सहकारिता क्षेत्र में नवाचार लाने में काम लीजिए, किसानों को संरक्षण देने में काम लीजिए, क्योंकि आने वाले कुछ दिनों में आप मंत्री तो रहेंगे नहीं और अगले विधानसभा चुनाव में हार के बाद आपका राजनीतिक रिटायरमेंट भी तय है। इसलिए इस मौके को माल कमाने की बजाए सम्मान कमाने में काम लीजिए।
तो क्या दक की विदाई तय है:
मंत्री गौतम दक ओर उनका सहकारिता विभाग ना सिर्फ जिले में बल्कि प्रदेशभर ओर अब राजधानी में भी सुर्खियों में है जिससे कही ना कही भाजपा सरकार की भी किरकिरी हुई, इस बात से इंकार नही किया जा सकता, इससे विश्वसनीय सूत्रों की माने तो अब मंत्री गौतम दक की मंत्री मण्डल से विदाई लगभग तय मानी जा रही है, ओर सूत्रों की माने तो इनकी कुर्सी इसी जिले के एक वरिष्ठ भाजपा नेता के पास जा सकती है।