मदन मोहन गर्ग
गंगापुरसिटी/स्मार्ट हलचल। अग्रवाल-खण्डेलवाल धर्मशाला ट्रस्ट व बद्रीनाथ मंदिर पुजारी के बीच चल रहा विवाद आखिरकार प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद सुलझ गया। लगातार तीन दिन से जारी गतिरोध शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे टूट गया। जिला कलक्टर कानाराम व पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल के साथ समाज प्रतिनिधियों की अंतिम दौर की वार्ता सकारात्मक रही। सहमति बनने के बाद दोनों अधिकारी धरना स्थल पहुंचे और सभी के सामने समाधान की घोषणा की। अग्रवाल समाज जिलाध्यक्ष गोविंद अग्रवाल बरनाला ने सहमति बिंदुओं की जानकारी दी, जिस पर सभी ने सहमति जताई। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया। धरना समाप्ति के बाद समाजजनों ने बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन किए और अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। सभापति शिवरतन अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन के साथ सहमति बनने के बाद धरना खत्म किया गया है।
इधर, तीन दिन तक बाजार बंद रहने से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को भी सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग धरना स्थल पर पहुंचे और अपने-अपने कस्बों में ज्ञापन भी सौंपे। धरना स्थल से अग्रवाल खंडेलवाल समाज के लोगों का धरने में सहयोग के लिए आभार जताया। इन बातों पर बनी सहमति:
मंदिर में पूजा करने के लिए केवल पुजारी ही रहेगा। उसके तीनों पुत्रों को स्थाई रूप से पाबंद कर दिया गया है। एक कम्पाउण्डर पुत्र दवाई देने के लिए अधिकृत किया गया है। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे हर गतिविधि की जानकारी ट्रस्ट को रहे।मंदिर निर्माण कार्य बदस्तूर जारी रहेगा। साथ ही भवन पर ट्रस्ट का अधिकार रहेगा। मंदिर में एक एएसआइ तथा चार कांस्टेबल तैनात किए गए हैं. जो 24 घण्टे रहेंगे।पुजारी को बेदखल करने के लिए केस की फाइल को दो दिन में जयपुर में विधिक राय के लिए भेजा जाएगा। इसमें जो भी निर्णय होगा, वह मान्य रहेगा। लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। जो भी पुलिसकर्मी या अधिकारी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।


