शाहपुरा-पेसवानी
अहमदाबाद का वीर सावरकर स्टेडियम इन दिनों एशिया के तैराकों के शानदार प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। यहां चल रही 11वीं एशियन तैराकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन आयोजित 4 गुना 200 मीटर फ्री स्टाइल रिले स्पर्धा में चीन ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया, जबकि भारत ने दमदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। मलेशिया की टीम कांस्य पदक तक सीमित रही। भारत की ओर से क्षीहरी नटराज, साजन प्रकाश, अनिस गोडा और गांगुली ने शानदार खेल दिखाया। नटराज का प्रदर्शन विशेष रूप से प्रभावशाली रहा और उन्होंने रिले में भारत को मजबूत स्थिति दिलाई।
पूरे मुकाबले के दौरान दर्शकों में भारी उत्साह रहा। भारत के रजत जीतने पर स्टेडियम में “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे गूंज उठे। खिलाड़ियों का जोश और दर्शकों का समर्थन मिलकर यह पल ऐतिहासिक बन गया।
शाहपुरा के अनिल व्यास बने सम्मान का कारण-
प्रतियोगिता के बाद आयोजित पदक वितरण समारोह में भारतीय तैराकी संघ के उपाध्यक्ष अनिल व्यास ने खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। अनिल व्यास मूल रूप से शाहपुरा (जिला भीलवाड़ा) के निवासी हैं। उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अतिथि बनने और विजेताओं को सम्मानित करने से शाहपुरा नगर में खुशी की लहर है। स्थानीय खेल प्रेमियों और नागरिकों का कहना है कि यह क्षण शाहपुरा के लिए गर्व का विषय है। अनिल व्यास ने इस अवसर पर कहा, कि “भारत की युवा तैराक टीम लगातार बेहतर कर रही है। आने वाले वर्षों में हम स्वर्ण पदक जीतकर एशिया में अपनी अलग पहचान बनाएंगे।”
चीन की बढ़त, भारत की चुनौती-
हालांकि स्वर्ण चीन के खाते में गया, लेकिन भारत ने जिस जुझारूपन के साथ यह पदक जीता, उसने सभी का दिल जीत लिया। भारतीय तैराक अब केवल भाग लेने के लिए नहीं उतरते, बल्कि जीतने के लिए खेल रहे हैं।
शाहपुरा में खुशी का माहौल-
अनिल व्यास के इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मानित अतिथि बनने और मेडल पहनाने की खबर मिलते ही शाहपुरा में खेल प्रेमियों और नागरिकों ने प्रसन्नता जाहिर की। स्थानीय स्तर पर इसे नगर की उपलब्धि मानते हुए लोगों ने व्यास को बधाइयाँ दीं।


