गंभीर बीमारियां फैलने के बाद ही चेतेगा प्रशासन
सांवरमल शर्मा
आसींद । सरकारें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की बात करती है क्षेत्रीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि अपने अपने गांवों और क्षेत्रों में विकास की बात प्रमुखता से करते है लेकिन धरातलीय स्थिति कुछ और ही है । कई ग्रामीण क्षेत्र तो चमन हो रहे है लेकिन कई ऐसे है जहां स्थित बेहत दयनीय है इसे प्रशासन और जनप्रतिनिधि की उदासीनता कहे या लाचारी । बदनोर क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत है आकड़सादा जहां विकास के नाम पर गंदगी धब्बा लगा रही है या जिसे कलंक भी कह सकते है पंचायत मुख्यालय की यह स्थित है तो छोटे कस्बों की तो क्या बात करे । गांव के रामस्वरूप गुर्जर ने बताया कि ग्राम पंचायत आकड़सादा में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है । यहां सड़कों पर कूड़े-कचरे के ढेर लगे है और नालियां जाम है जिससे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है और मच्छर पैदा हो रहे हैं इससे बिमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है वही ग्रामीणों की राह भी मुस्किल बनती का रही है सड़क पर चलना दुभर हो रहा है । गुर्जर ने बताया है कि बारिश के मौसम में स्थिति और भी खराब हो जाती है बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी परेशानी होती है । कुछ मोहल्लों में तो सड़क नालियों का अता पता ही नहीं है लेकिन जब तक गंभीर बीमारियां नही फैलती तब तक पंचायत प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस और ध्यान केंद्रित नही करेंगे । ग्रामीणों ने प्रशासन से इस समस्या का शीघ्र समाधान करने की मांग की है ।