आदित्य सोनी
स्मार्ट हलचल/नाहरगढ़ क्षेत्र के सर्व हिंदू समाज के लोगों द्वारा बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की अविलम्ब रिहाई व हिंदुओं के लगातार उत्पीड़न पर विराम की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम उप तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन के माध्यम से बताया- बांग्लादेश प्रशासन द्वारा वहां के इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी वहाँ अल्पसंख्यक समुदाय पर विशेष रूप से हिन्दू समुदाय पर अनवरत एवं अमर्यादित अत्याचार किया जा रहा है जो की वहां के प्रशासन की कायरतापूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना है।
सर्व हिंदू समाज बांग्लादेश प्रशासन की इस कायरता पूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना का पुरजोर विरोध करता है। इस्कॉन ने या अन्य हिन्दू समाज के संगठनों ने अभी तक अपने उत्पीड़न के विरोध में जितनी भी कार्यवाहियां की है,समस्त लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन किया है। किसी भी प्रकार की हिंसा का उन्होंने प्रतिहिंसा के रूप में अभी तक कोई उत्तर नहीं दिया है।
इस प्रकार के पूर्ण शान्तिप्रिय और लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात रखने वाले समाज के किसी नेतृत्व को,जो एक वर्ग का भी नेतृत्व करते हैं,इस प्रकार से अलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तार करना,उनको बन्द करना उनकी आवाज को दबाने की कुचेष्टा करना अलोकतांत्रिक है,अमानवीय है और हिन्दू समाज के मानवाधिकारों का हनन भी है।
बांग्लादेश में जो घटनाक्रम चल रहा है उसमें वामपंथी, इस्लामिक तत्वों के साथ मिलकर वहां के हिंदू समाज का दमन कर रहे है। वहां पर हो रहे घटनाक्रम को ध्यान से देखे, उसकी गंभीरता को समझे और बांग्लादेश के प्रशासन पर दबाव बनाए कि हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षा की जाए सुरक्षा की जाए।
ज्ञापन के माध्यम से निवेदन है कि भारत सरकार इन सब घटनाओं को उनके संज्ञान में ले,बांग्लादेश के प्रशासन पर दबाव बनाए कि हिंदुओं के उत्पीड़न को रोके। तुरन्त प्रभाव से इस्कॉन के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की रिहाई की जाए और किसी भी प्रकार के हिन्दू नेता को,हिन्दू पुजारी को,धार्मिक गुरु को बिना किसी कारण के गिरफ्तार किया जाए।