(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर |स्मार्ट हलचल|भले ही आज के दौर में गूगल मैप जैसी तकनीक आम हो गई हो, लेकिन सड़क यात्राओं में दूरी सूचक स्तंभों की उपयोगिता आज भी बरकरार है। ये न केवल यात्रियों को दिशा और दूरी की सटीक जानकारी देते हैं, बल्कि गंतव्य तक पहुँचने में भी सहायक होते हैं! लेकिन नारायणपुर से अलवर के बीच स्थित स्टेट हाईवे-13 पर कुछ दूरी सूचक स्तंभों के साथ की गई शरारत ने स्थानीय लोगों और राहगीरों को परेशान कर दिया है। शरारती तत्वों ने ‘अलवर’ नाम में से ‘अ’ और ‘र’ अक्षर मिटा दिए, जिससे वह ‘लव’ नजर आने लगा। स्टेट हाईवे-13 पर लगे इस स्तंभ पर स्पष्ट रूप से SH-13 और 43 लिखा हुआ है, जो अलवर की 43 किलोमीटर की दूरी दर्शाता है। परंतु अब अलवर को लव में बदल दिए जाने से राहगीरों और वाहन चालकों को भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों में इस हरकत को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यह न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि सामाजिक मूल्यों और सार्वजनिक संपत्ति के साथ किया गया खिलवाड़ भी है। लोगों ने संबंधित विभाग से मांग की है कि इन दूरी सूचक स्तंभों को तुरंत सही कराया जाए और ऐसी घटनाओं को दोहराने से रोकने के लिए निगरानी व कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।