बूंदी- स्मार्ट हलचल|जिले के बड़ोदिया गांव में घास भैरू की सवारी निकलने की एक अनूठी परंपरा है। बड़ोदिया निवासियों ने बताया कि यहां पर गांव के लोग घास भैरू की सवारी निकाल कर दीपावली के बाद भाई दूज को यह त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाते हैं।
इस त्योहार में गांव के लोग एक भेरू रूपी पत्थर को पूजा अर्चना कर रस्सियों से बैलों से जोड़कर पूरे गांव में हेरत अंगेज करतबो के साथ घूमाते हैं।
जिसें आसपास के गांव के लोग भी इसे देखने के लिए बड़ोदिया गांव में इकट्ठे होते हैं। शहर से भी सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष इस त्यौहार को देखने के लिए गांव में पहुंचने लगे हैं। यहां तक की अब तो पर्यटक भी इन हैरत इंगेज करतबो से प्रभावित होकर घास भैरू की सवारी देखने बड़ोदिया गांव पहुंचने लगे हैं।
इन्ही हैरत अंगेज करतबो के कारण बड़ोदिया गांव को जादूई नगरी भी कहा जाने लगा है। इन हेरत अंगेज करतबो के कारण यह जादू नगरी आज भी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। हेरत अंगेज करतबो में,रस्सी से मोटरसाइकिल को लटकाना, पत्थर को पानी में तेराना, पत्थर के टुकड़ों पर बच्चों को डांस करवाना, शरीर के अंगों से चाकुओं को आर पार निकालना, ट्यूबलाइट के डंडों को कपड़े रहित बदन से तोड़ना , कांच के गिलास पर ट्रक और ट्रैक्टर को खड़ा करना, आदि ऐसे कई हैरत अंगेज कारतबो को देखने हजारों की संख्या में गांव और शहर से महिला पुरुष यहां पहुंचते हैं।
भीड़ अधिक इकट्ठी होने के कारण जिला पुलिस द्वारा भी गांव में घास भैरू की सवारी के दौरान पुलिस की अच्छी व्यवस्था की जाती है। ओर उसी कारण यहां पर इतनी भीड़ एकत्रित होनेक बाद भी कोई अव्यवस्था आम जन को नहीं होती, इससे बूंदी पुलिस की कार्य कुशलता झलकती है। इसी कारण यहां पर कभी-कभी बूंदी के आला अधिकारी भी पहुंचते हैं।