पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा में महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर 108 एंबुलेंस का गेट लॉक हो गया, जिससे महिला मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। महिला के बेटे ने आरोप लगाया कि मेडिकल डिपार्टमेंट की लापरवाही के कारण उसकी मां की जान गई है। घटना प्रतापनगर इलाके में सुबह 10:30 बजे हुई। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें महिला के परिजन एंबुलेंस का गेट खोलने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर भी नहीं था। जानकारी के मुताबिक जवाहर नगर निवासी सुलेखा देवी (43) पत्नी प्रशांत कुमार की मौत हुई है। महिला के बेटे गौरव ने बताया- मैं संडे होने के कारण आज देर तक सो रहा था, फोन बजने पर मैं उठा तो मां सुलेखा देवी को फांसी के फंदे पर झूलता हुआ देखा। छोटे भाई रवि और पापा ने फंदे से उतारकर एंबुलेंस की सहायता से हॉस्पिटल के लिए रवाना हुए। मां की सांसें चल रही थी।अस्पताल के बाहर एंबुलेंस का गेट लॉक हो गया। गेट का कांच तोड़कर महिला को बाहर निकाला, जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। एंबुलेंस में मां को ऑक्सीजन देने की कोशिश की गई, लेकिन ऑक्सीजन का सिलेंडर खराब था। इससे मां को ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिल सका। एंबुलेंस का ड्राइवर भी रास्ता भूल गया। वह महात्मा गांधी अस्पताल लाने की बजाय 3 किलोमीटर दूर एक दूसरे गांव में ले गया। फिर अस्पताल लेकर पहुंचा, जिससे आने में करीब 20 मिनट की देरी हो गई । बेटे गौरव ने बताया की रवानगी के समय मां की सांसें चल रही थी, लेकिन एंबुलेंस स्टाफ की लापरवाही के कारण अस्पताल के बाहर उनकी मौत हो गई। गौरव ने कहा कि अस्पताल पहुंचते ही एंबुलेंस से मां को बाहर निकाल रहे थे, तब ही गेट लॉक हो गया। करीब 10 मिनट बाद भी जब गेट नहीं खुला तो एंबुलेंस के कांच तोड़कर मां को बाहर निकाला और अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।
सीएमएचओ बोले- एंबुलेंस में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी का कहना है- जिले में 32 एंबुलेंस संचालित है। एंबुलेंस में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। सिलेंडर में ऑक्सीजन है, कोई भी चेक कर सकता है। एंबुलेंस वर्तमान में थाने में ही खड़ी है।
थानाधिकारी बोले- जांच के बाद साफ होगी स्थिति प्रताप नगर थाना प्रभारी सुरजीत ठोलिया ने बताया कि महिला के सुसाइड की सूचना मिली थी। पुलिस पहुंची तब तक परिजन महिला को अस्पताल ले जा चुके थे। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी। फिलहाल परिजनों से रिपोर्ट नहीं मिली है।