(बजरंग आचार्य)
स्मार्ट हलचल|राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा), जयपुर के दिशा-निर्देशों एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), चूरू, रविन्द्र कुमार के मार्गदर्शन में गुरुवार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, चूरू के सचिव, डॉ. शरद कुमार व्यास ने महत्त्वपूर्ण पहल की। उन्होंने रालसा, जयपुर द्वारा संचालित ‘न्याय आपके द्वार’ अभियान के तहत स्थानीय बार संघ, राजगढ़ में एक क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, राजगढ़, मुनेश चंद यादव; अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, राजगढ़, श्रीमती नीलम मीणा; न्यायिक मजिस्ट्रेट, राजगढ़, मयंक मीणा; अध्यक्ष, बार संघ, राजगढ़, विक्रमपाल जांगिड़; सहित स्थानीय बार संघ, राजगढ़ के सभी अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान, सचिव डॉ. शरद कुमार व्यास ने उपस्थित अधिवक्तागण को स्थायी लोक अदालत से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि स्थायी लोक अदालत क्या है?, इसकी स्थापना कौन करता है, इसकी अधिकारिता और प्रक्रिया क्या है, तथा इसमें मामला कैसे दायर किया जाता है। उन्होंने विशेष रूप से यह स्पष्ट किया कि स्थायी लोक अदालत के अवार्ड की कानूनी वैधता क्या होती है और इसमें कौन-कौन से मामले नहीं लाए जा सकते हैं।
डॉ. व्यास ने स्थायी लोक अदालत के लाभों, इससे संबंधित महत्वपूर्ण निर्णयों, और उन सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं पर भी प्रकाश डाला जिन पर पीएलए का अधिकार क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि पीएलए में प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होती है, जो इसे आमजन के लिए अत्यंत उपयोगी बनाती है। साथ ही, शिकायत कौन दर्ज कर सकता है, इस विषय पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस क्षमता निर्माण कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता प्रीतम कुमार शर्मा द्वारा किया गया।


