अन्नपूर्णा रसोई संचालक व साथियों पर महिला कर्मी से दुष्कर्म के प्रयास का आरोप
पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप, कोर्ट के आदेश पर दर्ज होगी FIR
मांडलगढ़, स्मार्ट हलचल। नगर के अंबेडकर भवन में संचालित अन्नपूर्णा रसोई एक गंभीर आरोप के चलते चर्चा में है। यहां कार्यरत एक महिला कर्मी ने रसोई संचालक और उसके दो साथियों पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार तो किया, लेकिन कुछ ही समय बाद छोड़ दिया, जिसके बाद उसे न्याय पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
कमरे में विश्राम कर रही थी महिला
पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दोपहर के विश्राम के समय वह रसोई परिसर के एक कमरे में आराम कर रही थी। उसी दौरान संचालक बद्रीनाथ, स्टाफ सदस्य संतोष नाथ और उसका मित्र बिका कथित रूप से नशे की हालत में कमरे का गेट धक्का देकर अंदर घुस आए।
महिला के अनुसार, तीनों आरोपियों ने उसके साथ जोर-जबर्दस्ती की और कपड़े खींचने लगे। जब उसने विरोध किया तो उसे नीचे गिराकर दुष्कर्म का प्रयास किया गया। किसी तरह उसने खुद को छुड़ाया और कमरे से बाहर निकलकर सीधे अपने घर पहुंची, जहां उसने पूरी घटना परिजनों को बताई।
“रसोई में होती हैं अवैध गतिविधियाँ”
पीड़िता ने रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया कि अन्नपूर्णा रसोई में संचालक की देखरेख में आए दिन शराब पार्टी, मांस सेवन और अन्य अनैतिक गतिविधियाँ होती हैं। अवैध गतिविधियों की वजह से सीसीटीवी कैमरे भी हटा दिए थे। महिला का कहना है कि उसे इन अवैध कार्यों की जानकारी थी, इसी कारण आरोपी उसे डराने या चुप कराने की नीयत से दुष्कर्म का प्रयास करना चाहते थे ताकि यह जानकारी बाहर न जा सके।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
महिला ने बताया कि उसने मांडलगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया, बयान लिए और आरोपियों को हिरासत में लिया। लेकिन आरोपियों को कुछ समय बाद छोड़ दिया गया। इस पर महिला ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके मामले में उचित कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
कोर्ट ने दिए FIR दर्ज करने के आदेश
पीड़िता ने न्याय की मांग को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। न्यायालय के आदेश के बाद अब मांडलगढ़ थाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करनी होगी।
समाज में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय महिलाओं और सामाजिक संगठनों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और पीड़िता को सुरक्षा देने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकारी योजनाओं से जुड़ी जगहों पर ऐसी घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं और इनके लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]


