भटकती नई पीढ़ी को दिशा देने के लिए बेहद आवश्यक है स्काउटिंग गाइडिंग
बूंदी – स्मार्ट हलचल|स्काउटिंग गाइडिंग आज के दौर में बालक बालिकाओं के व्यक्तित्व विकास में बेहद प्रासंगिक हो गई है, क्योंकि मोबाइल की कैद, मानसिक अलगाव और बाल अपराधों के नियंत्रण की दिशा में यहीं एक व्यवस्थित पाठशाला है। यह बात राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ बूंदी के वार्षिक अधिवेशन में बोलते हुए वक्ताओं ने प्रतिपादित की। पेच ग्राउंड स्थित स्काउट गाइड के खचाखच भरें सभागार में करतल ध्वनि के बीच हुए वार्षिक आयोजन में शिक्षा विभाग की पूर्व संयुक्त निदेशक तेजकंवर मुख्य अतिथि व पूर्व मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश गोस्वामी विशिष्ट अतिथि रहे, अध्यक्षता स्थानीय संघ प्रधान चतुर्भुज महावर ने की। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रहलाद शर्मा, कार्यकारिणी अध्यक्ष त्रिभुवन गौतम, जिला उप प्रधान रेखा शर्मा व उषा शर्मा, स्थानीय संघ उप प्रधान राजकुमार दाधीच, किरण शर्मा, पवित्रा शर्मा, सुमित्रा ओझा, रोवर विभाग के जिला आयुक्त डॉ एन के जैतवाल, बाल कल्याण समिति सदस्य घनश्याम दुबे, साहित्यकार दिनेश विजयवर्गीय, लीडर ट्रेनर देवी सिंह सेनानी, सीओ गाइड मधु कुमारी मंचासीन रहे। आयोजन में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत पदाधिकारी का अभिनंदन किया गया, स्काउट गाइड के वार्षिक कार्यक्रमों का लेखा-जोखा प्रस्तुत कर आगामी रूपरेखा तय की गई। आयोजन में सहभागी भामाशाहों ने वंचित बालक बालिकाओं को स्काउट गाइड हेतु निशुल्क गणवेश उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि तेज कंवर ने स्काउटिंग को छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए आधार स्तंभ बताते हुए संस्था प्रधानों को स्काउटिंग गतिविधियो को बढ़ाने हेतु आह्वान किया।
ओम प्रकाश गोस्वामी ने सेवा के आयाम को परिभाषित करते हुए संगठन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आज बालक बालिकाओं को दिशाबोध देने में स्काउटिंग अग्रणी है। बाल कल्याण समिति सदस्य एवं पूर्व स्काउट सहायक कमिश्नर घनश्याम दुबे ने बाल श्रम एवं लैंगिक अपराधों की ओर ध्यान आकृष्ट किया उन्होंने इनके नियंत्रण में स्काउट गाइड आंदोलन की महती भूमिका बताई। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रधान चतुर्भुज महावर ने स्काउटिंग गाइडिंग की व्यक्तित्व विकास में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए इसे बाल विकास में महत्वपूर्ण बताया। वहीं अधिवेशन को संबोधित करते हुए उपप्रधान राजकुमार दाधीच ने भवन विस्तार, मयूर छतरी पर प्राकृतिक भ्रमण हाईक के आयोजन का सुझाव दिया। सीओ गाइड मधु कुमारी ने समय पर अधिवेशन आयोजन को अनुकरणीय बताया। उप प्रधान रेखा शर्मा, किरण शर्मा, पवित्रा शर्मा व सुमित्रा ओझा ने सदन को संबोधित करते हुए संगठन की निरंतर उपलब्धियों पर प्रशंसा व्यक्त की। लीडर ट्रेनर देवी सिंह सेनानी ने अपने संस्मरण साझा किए। जिला आयुक्त डॉ एन के जैतवाल ने बढ़ते अपराधों पर चिता प्रकट करते हुए कहा कि स्काउट में प्रशिक्षित बालक सुनियोजित परिपाटी से प्रशिक्षित होकर समाज में आदर्श नागरिक की भूमिका निभाता है।
इससे पूर्व करतल ध्वनि के बीच सरस्वती पूजन से शुरू हुए अधिवेशन में, ट्रेनिंग काउंसलर विश्वजीत जोशी ने स्काउट प्रार्थना, उप प्रधान उषा शर्मा ने स्वागत गीत के सुमधुर स्वरों तथा सचिव सतीश कुमार जोशी ने स्थानीय संघ गतिविधियों की रूपरेखा के साथ स्वागत उद्बोधन से अतिथियों का अभिनंदन किया। गाइड कैप्टन प्रीति शर्मा, ट्रेनिंग काउंसलर रजिया खातून, सहायक सचिव वरिष्ठ प्रशिक्षक ओंकार सिंह हाडा ने स्काउट परंपरा से स्कार्फ द्वारा स्वागत किया। संयुक्त सचिव डॉ सर्वेश तिवारी ने पूर्व अधिवेशन का कार्यवृत्त, वर्षभर हुई गतिविधियों के प्रतिवेदन को साझा करते हुए संख्यात्मक एवं गुणात्मक विकास की रूपरेखा से सदन को अवगत कराया। स्थानीय संघ कोषाध्यक्ष बुद्धि प्रकाश पुंडीर ने गत वर्ष का आय व्यय एवं आगामी सत्र का प्रस्तावित आय व्यय विवरण प्रस्तुत किया।
वहीं नवीन आजीवन सदस्यता ग्रहण करने पर सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र भारद्वाज एवं मदनलाल सैनी को स्कार्फ पहनाकर कर संगठन में अभिनंदन किया गया। आयोजन में वरिष्ठ प्रशिक्षक धन्नालाल त्रिपाठी, लीडर ट्रेनर देवी सिंह सैनानी, साहित्यकार दिनेश विजयवर्गीय, निजी विद्यालय संगठन के प्रतिनिधियों व मृदुल अग्रज दल का उल्लेखनीय सामुदायिक सेवाओं के अंतर्गत बस स्टैंड पर संचालित प्याऊ व अनवरत सामाजिक कार्यों हेतु अभिनंदन किया गया। अधिवेशन का संचालन डॉ सर्वेश तिवारी ने किया एवं कार्यकारिणी अध्यक्ष त्रिभुवन गौतम ने आभार व्यक्त किया।
अधिवेशन में स्थानीय संघ के विभिन्न निजी एवं सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधान, स्काउट मास्टर गाइड कैप्टन, आजीवन सदस्य, स्काउट गाइड, मृदुल अग्रज सेवादल सदस्यों, शिक्षा विभाग के पदाधिकारियो ने सहभागिता की।