जाफर एक्सप्रेस को लगातार बनाया जा रहा निशाना
जाफर एक्सप्रेस को इस साल मार्च से कई बार निशाना बनाया जा चुका है. इसपर पिछला हमला 24 सितंबर को ही मस्तुंग के स्पिजेंड इलाके में किया गया था जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 10 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
इस साल की शुरुआत में, बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस यात्री ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने अगवा कर लिया था और 400 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. 11 मार्च को बलूचिस्तान के बोलन दर्रे के ढाबर इलाके में पटरी उड़ा दिए जाने के बाद ट्रेन को रोकना पड़ा था. सुरक्षा बलों और रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि बोलन दर्रे की सुरंग संख्या 8 के पास ट्रेन पर हमला हुआ था. 24 घंटे से ज्यादा समय तक चले इस गतिरोध के बाद बीएलए ने दावा किया कि उसने अपहृत सुरक्षाकर्मियों में से करीब 20 को उनके पहचान पत्रों की जांच के बाद मार गिराया था
पहले भी हो चुका है हमला
- यह कोई पहला मौका नहीं है जब जाफर एक्सप्रेस पर हमला हुआ हो. इससे पहले भी यह ट्रेन बलूचिस्तान क्षेत्र में कई बार आतंकवादी हमलों का शिकार हो चुकी है. इसी साल अगस्त के महीने में IED धमाके से बलोचिस्तान के मस्तुंग जिले में ट्रेन के 6 कोचों को निशाना बनाया था. इसमें कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आई थीं और थोड़ी देर के लिए रेल रूट भी बाधित हुआ था.
- मार्च, 2025 में एक बार फिर से बलोच लिबरेशन आर्मी ने बोलन पास के पास जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था. ट्रेन में कुल 400 यात्री सवार थे, ये पाकिस्तान के इतिहास में बहुत बड़ी घटना थी. यहां विस्फोटकों का इस्तेमाल करके ट्रैक उड़ा दिया गया था और ओपन फायरिंग की गई थी. इस दौरान ट्रेन में मौजूद बंधकों और सुरक्षा बलों पर भी गोली चलाई गई और कई लोगों की जान चली गई.


