(बजरंग आचार्य )
सादुलपुर|स्मार्ट हलचल|अणुव्रत आंदोलन एक नैतिक और आध्यात्मिक आंदोलन है जिसे आचार्य तुलसी द्वारा प्रतिपादित किया गया था। इसका उद्देश्य आत्म-सुधार और चरित्र विकास के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाना है। उक्त विचार आचार्य महाश्रमण की वयोवृद्ध शिष्या साध्वी शासनश्री साध्वी विद्यावती की सहयोगी साध्वी सूर्य यशा ने शनिवार को व्यक्त किए। सादुलपुर के सेठिया भवन में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की संगठन यात्रा के पहुंचने पर उक्त कार्यक्रम हुआ। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के केंद्रीय संगठन मंत्री संजय जैन, सह मंत्री सुरेन्द्र नाहटा, कार्यसमिति सदस्य रचना कोठारी तथा चूरू के ताहिर खान उक्त संगठन यात्रा के साथ पहुंचे। संजय जैन ने विस्तृत जानकारी देते हुए राजगढ़ मुसरफ़ परिवार के तेरापंथी साधु मुनि विजय राज की इस क्षेत्र में देन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अणुव्रत आंदोलन में किसी भी धर्म और जाति के लोग भागीदार बन कर समाज के नैतिक उत्थान में अहम भूमिका निभा सकते हैं। रचना कोठारी ने अणुव्रत नियमों की व्याख्या करते हुए इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने का आह्वान किया। श्याम जैन ने जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन तथा संरक्षण दिए जाने की अपील की। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष श्रवण कोचर, उपाध्यक्ष सुभाष सुराणा, सह मंत्री चौथमल दर्जी, जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अमरचंद कोठारी, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष प्रमोद दूगड़, महिला मंडल अध्यक्ष प्रेम देवी कोचर, कथा वाचक सुशील भगत सरावगी तथा सक्रिय कार्यकर्ता संदीप घोड़ावत, धीरज बोथरा, अभिषेक तथा प्रमोद सरावगी आदि ने अणुव्रत यात्रा की अगवानी की। इस मौके पर आगंतुक पदाधिकारियों का स्वागत सम्मान किया। कार्यक्रम का समापन अहमदाबाद हवाई दुर्घटना में मारे गए यात्रियों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुआ। साध्वी सूर्ययशा हादसे में मारे गए यात्रियों के अध्यात्म उन्नयन के लिए लोगस्स मंत्र पाठ करवाया उसके बाद मौन प्रार्थना की गई।