भीलवाड़ा-(मूलचन्द पेसवानी)
अणुव्रत विश्व भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष संचय जैन व उनकी टीम संगठन यात्रा के तहत भीलवाडा पहुंचे। अणुव्रत समिति भीलवाडा द्वारा सभी पदाधिकारियों का उपरने से सम्मान किया गया। स्वागत के क्रम में समिति अध्यक्षा आनंद बाला टोडरवाल ने सभी का स्वागत करते हुए विगत 2 वर्षों में हुए कार्य का ब्यौरा दिया। सभा अध्यक्ष निर्मल गोखरू, महिला मंडल अध्यक्षा विमल रांका एवं जीवन विज्ञान अकादमी सुनील दक ने अभिव्यक्ति द्वारा स्वागत किया।
संगोष्ठी के दौरान अनुविभा महामंत्री भीखम चंद सुराणा ने अनुविभा के मुख्य प्रकल्प अणुव्रत पत्रिका एवं बच्चों के देश के बारे में बताया और इसको घर घर तक पहुंचाने का आह्वान किया। साथ ही 6 और 7 फरवरी को राजसमंद में आयोजित होने वाले चिंतन शिविर के बारे में बताया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक डूंगरवाल ने 1 मार्च को होने वाले अणुव्रत स्थापना दिवस को कैसे एक रूप में आयोजित हो, विस्तार पूर्वक समझाया। सह मंत्री जगजीवन चौरड़िया ने आने वाले महाश्रमण के चातुर्मास तक अच्छा अणुव्रत का कार्य इसके बारे में बताया। राष्ट्रीय अध्यक्ष संचय जैन ने बदले युग की धारा गीत के साथ अपनी बात रखी और बताया की अनुविभा अंतराष्ट्रीय संस्था है और यह संस्था यूएनओ से एफ्फिलेटेड है, और कैसे अणुव्रत की बातों को संयुक्त राष्ट्र संघ तक पहुंचा सकते है। साथ मे यह भी बताया कि समितियां अपना कोई भी प्रकल्प को स्थाई प्रकल्प बनाये और उस पर वर्ष भर निरंतर कार्य करे। अणुव्रत महासमिति एवं अणुव्रत विश्व भारती का विलय हो जाने के बाद अणुव्रत समितियों का कार्य क्षेत्र बढ़ गया है और व्यापक कार्य करने की आवश्यकता है। संगोष्ठी मैं समिति सह मंत्री पुनीत बोहरा, प्रचार प्रसार मंत्री नंद लाल सुवाल, संरक्षक मदन लाल टोडरवाल, कार्यसमिति सदस्य नरेश कोठारी, प्रेक्षा मेहता, पुष्पा पामेचा, अनिता हिरण, पिस्ता झाबक, जीवन विज्ञान मंत्री उषा सिसोदिया उपस्थित थे। आभार समिति मंत्री राजेश चौरड़िया ने किया।
अणुव्रत विश्व भारती के पदाधिकारियों ने भीलवाड़ा में की संगठन यात्रा
