सफेद बालों से परेशान लोग अक्सर उन्हें छुपाने के लिए मेहंदी का सहारा लेते हैं, यह सोचकर कि लंबे समय तक मेहंदी लगाने से रंग गहरा होगा। लेकिन यह बालों के लिए हानिकारक भी हो सकता है।मेहंदी में हेनोज़िन नामक तत्व होता है, जो बालों को रंगने में मदद करता है। हालांकि, अगर इसे लंबे समय तक बालों में रखा जाए, तो यह उन्हें सूखा और कमजोर बना सकता है। यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो सावधान रहें! आज हम आपको बताएंगे कि लंबे समय तक मेहंदी लगाने के क्या नुकसान हो सकते हैं।
मेहंदी का अधिक उपयोग करना बालों में अत्यधिक रूखापन को बढ़ता है। इसमें मौजूद टैनिन बालों से प्राकृतिक तेल को खींचते हैं जिससे बाल ड्राई और बेजान हो जाते हैं। बालों में चिकनी बनावट आती है लेकिन बार-बार मेहंदी लगाने से नमी खत्म होती है, जिससे बाल टूटने और दोमुंहे की समस्या तेजी से बढ़ती है।
मेहंदी का नियमित रूप से इस्तेमाल बालों की प्राकृतिक नमी पूरी तरह से खत्म हो जाती है। बाल स्वाभाविक रूप से मुलायम और रेशमी होते हैं, वे समय के साथ रूखे होने लग जाते हैं। मेहंदी बालों को मजबूत बनाती है ऐसा सोचना गलत है। मेहंदी का लगातार इस्तेमाल करना बालों को कमजोर करता है। बाल भंगुर होते हैं और टूटने लगते हैं। बाल पतले होते हैं और गिरने लगते हैं क्योंकि स्कैल्प अपनी प्राकृतिक नमी को खो देता है।
बार-बार मेहंदी का इस्तेमाल करने से बालों पर रंग की परत स्थाई रूप से जम जाती है। इसके कारण मेहंदी फीकी नहीं पड़ती, बार-बार लगाने से गहरे रंग हो सकते हैं। मेहंदी का स्थिर रंग पूरी तरह से हटाना मुश्किल बन जाता है। सिंथेटिक रंगों से बालों को रंगने को लगभग असंभव बनाता है। मेहंदी प्राकृतिक उपाय हो सकती है लेकिन अधिक उपयोग करने से बचना चाहिए।
इसलिए, बालों में मेहंदी लगाने का सही समय 2-3 घंटे होना चाहिए। इससे बालों में सुंदर रंग भी आएगा और कोई नुकसान भी नहीं होगा।