पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा पुलिस ने सोशल मीडिया पर अपराध और गैंगस्टर कल्चर को बढ़ावा देने वाले गीतों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस की सोशल मीडिया सेल ने अब तक 117 गानों को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉम्स से हटवाया है। ये सभी गाने आपराधिक जीवनशैली को आकर्षक रूप में प्रस्तुत कर युवाओं को गलत दिशा में ले जा रहे थे। इसबीच, छह और गायक कलाकारों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी की है।
अपराध और गैंग कल्चर को बढ़ावा देने वालों पर पैनी नजर
पुलिस की जांच में पाया गया कि कई गायक अपने गीतों के माध्यम से अपराधियों, गैंगस्टरों और माफियाओं को गौरवशाली रूप में प्रस्तुत कर रहे थे। इन गानों में हथियारों का प्रदर्शन, कानून-व्यवस्था के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण और बदमाशी को प्रतिष्ठा के रूप में दिखाया गया था। भीलवाड़ा पुलिस की सोशल मीडिया सेल ने ऐसे सभी कलाकारों और उनके गीतों की पहचान कर कार्रवाई शुरू की। अब तक कुल 13 गायक/कलाकारों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है, जिनमें हाल ही में 6 नए नाम जोड़े गए हैं।
ये विवादित गाने हटवाए
“लेवल अपना बोदा नहीं”, “बदमाशी का सिक्का”, “सिस्टम सारा हिला राख्या”, “यार थारो गैंगस्टर”, “में बदमाशो का बादशाह”, “नाकाबंदी”, “पिस्तोल सो जिगरो”, “बदमाशी जिंदाबाद”, “यार तेरा बदमाशी का खलनायक है”, “2 नंबर का धंधा फरारी काटू में”, “दहशत में पुरो थानों” तथा “छप जाली थारी खबरा” आदि।
सोशल मीडिया सेल की सतत निगरानी
भीलवाड़ा पुलिस की साइबर मॉनिटरिंग विंग लगातार ऐसे कंटेंट पर नजर रख रही है। इस कार्रवाई में कांस्टेबल छोटू रेबारी (655) की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए ऐसे गीतों की पहचान की और उन्हें हटवाने की प्रभावी कार्यवाही की।
भविष्य में सख्त कार्रवाई की चेतावनी
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में यदि कोई भी कलाकार इस प्रकार के गीतों को गाने, प्रचारित करने या सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भीलवाड़ा पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे ऐसे गीतों और वीडियो का प्रचार-प्रसार न करें तथा समाज में सकारात्मक और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने में सहयोग करें।


