थांवला की क्षेत्र मस्जिदों में नमाज़ियों ने अदा की अलविदा जुमे की नमाज़,खुदा की बारगाह में उठें रोजेदारों के हाथ
लुकमान शाह
थांवला।स्मार्ट हलचल/कस्बे शुक्रवार को थांवला, कोड, नृसिंह बासनी, गुड्डा जगमलोता, में स्थानीय मस्जिदों में आखिरी जुम्मा को अलविदा की नमाज अदा की गई। काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को मस्जिदों के ईमामों ने नमाज पढ़ाई। उन्होंने बताया कि रमजान के पवित्र महीना के अंतिम जुम्मा के दिन आज सभी ने अलविदा का नमाज पढ़ी नमाज के बाद की विशेष दुआ के लिए खुदा की बारगाह में उठें रोजेदारों के हाथ देश प्रदेश में अमन, शांति, खुशहाली और भाईचारे की मांगी दुआ अलविदा जुमा के अवसर पर उपस्थित नमाजियों को संबोधित करते हुए नृसिंह बासनी मस्जिद के पेश इमाम इरशाद आलम ने कहा कि आज हम सभी रमजान- उल- मुबारक को अलविदा कहने के लिए इकट्ठा हुए हैं। हम सभी लोगों को सिर्फ रमजान-उल- मुबारक को अलविदा कहना है न कि नमाज को। उन्होंने कहा कि जिस तरह रमजान- उल- मुबारक के दौरान लोग खुदा की इबादत करने के साथ ही नमाज अदा करते थे। उसे जारी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर मुसलमान को जकात व फितरा निकाल कर गरीबों में तकसीम करनी चाहिए। ताकि गरीब व असहाय लोग भी खुशी-खुशी ईद का त्योहार मना सकें। उन्होंने कहा कि जो शख्स अपने माल का जकात निकालता है। उसका माल पाक व साफ हो जाता है। साथ ही उसके माल में बरकत होती है। उन्होंने कहा कि जो रोजेदार सदका-ए- फितर अदा नहीं करता है। उसका रोजा आसमान व जमीन के बीच लटका रहता है। उसका रोजा खुदा की राह में कबूल नहीं होती है।