बन्शीलाल धाकड़
ग्रामीण परिवेश से निकलकर दूसरी बार राष्ट्रीय मंच पर पहुंची डूंगला की बेटी, आंध्रप्रदेश में राजस्थान का करेंगी गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व
बड़ीसादड़ी। स्मार्ट हलचल|सपने जब दृढ़ संकल्प और अथक परिश्रम के साथ आगे बढ़ते हैं, तो मंज़िल खुद रास्ता बना लेती है। जिले के डूंगला क्षेत्र के अरनेड़ गांव की होनहार बेटी लेखिका शर्मा ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अरनेड़ की कक्षा दसवीं की छात्रा लेखिका शर्मा पुत्री किशन शर्मा (पुष्करणा) का 14 वर्ष आयु वर्ग में वॉलीबॉल की 69वीं राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। वे राजस्थान टीम की जर्सी पहनकर राष्ट्रीय मंच पर प्रदेश का मान बढ़ाएंगी। यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिता आंध्रप्रदेश के कडापा में नव वर्ष में 5 से 9 जनवरी तक आयोजित होगी। विशेष बात यह है कि यह लेखिका का दूसरा राष्ट्रीय चयन है जो उनकी कठोर मेहनत, अनुशासित दिनचर्या और खेल के प्रति अटूट समर्पण की सशक्त कहानी कहता है। सीमित संसाधनों, कठिन अभ्यास और पढ़ाई के साथ खेल को साधते हुए लेखिका ने जो मुकाम पाया है, वह ग्रामीण अंचल की अनगिनत बेटियों के लिए प्रेरणा बन गया है। लेखिका की इस उपलब्धि से न केवल उनका परिवार गर्व से अभिभूत है, बल्कि विद्यालय और पूरे क्षेत्र में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई है। सहकारिता मंत्री गौतम दक ने लेखिका को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ग्रामीण प्रतिभाओं की यह उड़ान प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.शि.) राजेंद्र कुमार शर्मा, डूंगला ब्लॉक के सीबीईओ रमेशचंद्र पुरोहित, शारीरिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष चंद्रकांत शर्मा, डूंगला शारीरिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष हरीश चन्द्र जोशी, ईडरा स्कूल के शारीरिक शिक्षक सुरेश चंद्र शर्मा, विद्यालय के प्रधानाचार्य शांतिलाल लक्ष्कार, शारीरिक शिक्षक हुक्मीचंद मेनारिया, शिक्षक हीरालाल चन्द्रावत, मदन शर्मा, कुशल शर्मा, किशन शर्मा, शारीरिक शिक्षक दिनेश सेन, जसवंत चावला, छोगालाल जाट, ललित मेनारिया, रवि खोईवाल, शिक्षकगण एवं खेलप्रेमियों ने भी लेखिका के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए विश्वास जताया कि वह राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। आंध्रप्रदेश में अरनेड़ की यह बेटी सिर्फ वॉलीबॉल नहीं खेलेगी, बल्कि अपने संघर्ष, संकल्प और सपनों की कहानी को राष्ट्रीय पटल पर उतारेगी, जहां हर अंक के साथ राजस्थान का गौरव और ऊँचा होगा।


