शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
शाहपुरा ब्लॉक के अस्थाई योग प्रशिक्षकों ने आज शाहपुरा विधायक डा लालाराम बैरवा और ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (बीएमएचओ) को ज्ञापन सौंपकर अपने मानदेय को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि ब्लॉक के सभी अस्थाई योग प्रशिक्षक पिछले एक वर्ष से अपने मानदेय की राशि की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक पूरे वर्ष का भुगतान नहीं किया गया है।
ज्ञापन में प्रशिक्षकों ने बताया कि वे प्रत्येक माह लगभग 10 दिन तक योग प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं, बावजूद इसके उनके मानदेय में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि अधिकार स्तर पर भी अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है, जिससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से प्रभावित हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि आयुष विभाग और श्रम विभाग द्वारा घोषित प्रावधानों के अनुसार अस्थाई योग प्रशिक्षकों का मानदेय समय पर दिया जाना चाहिए। प्रशिक्षकों ने यह स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही उनका मानदेय नहीं दिया गया, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से सुरेश कुमार कोहली, राहुल सोलंकी, रोहित राकेश बैरागी, भोपाल कर्म, बंजारा चैन, सुख हेमा मोरलिया, राम सिंह मीणा, रमेश और कमलेश शामिल थे। उन्होंने बताया कि लंबे समय से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हो रही है।
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि ब्लॉक के अस्थाई योग प्रशिक्षक न केवल सरकारी कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए भी नियमित योग प्रशिक्षण दे रहे हैं। उनका योगदान महत्वपूर्ण है, और उनके मेहनत का उचित भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
विधायक और बीएमएचओ को ज्ञापन सौंपते समय प्रशिक्षकों ने अपील की कि उनके मानदेय को समयबद्ध तरीके से दिया जाए और भविष्य में देरी न हो। उन्होंने कहा कि योग कार्यक्रमों की निरंतरता सुनिश्चित करने और स्वास्थ्य व फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षकों का समय पर भुगतान होना आवश्यक है।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि अगर उनके मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे संगठित होकर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल अपने अधिकारों की मांग के लिए होगा और इसमें किसी भी प्रकार की हिंसा या अव्यवस्था नहीं होगी।
प्रतिनिधियों ने कहा कि ब्लॉक के सभी अस्थाई योग प्रशिक्षक लगातार अपने निर्धारित कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और हर माह निर्धारित संख्या में योग प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसके बावजूद मानदेय में देरी, उनके लिए चिंता का कारण बन रही है।
ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया के दौरान उपस्थित प्रशिक्षकों ने स्थानीय प्रशासन से सहयोग की अपील की और उम्मीद जताई कि अधिकारियों द्वारा शीघ्र समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योग प्रशिक्षकों का मनोबल और प्रेरणा बनाए रखने के लिए समय पर मानदेय का भुगतान अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षकों ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगों को नहीं सुना गया, तो वे न केवल आंदोलन करेंगे, बल्कि सरकारी और सामाजिक माध्यमों के जरिए अपनी आवाज उठाने पर भी विचार करेंगे। उनका कहना था कि योग प्रशिक्षण से स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा मिलता है, और प्रशिक्षकों के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
ज्ञापन सौंपने के बाद प्रतिनिधियों ने मीडिया को बताया कि उनका उद्देश्य केवल न्यायपूर्ण भुगतान प्राप्त करना है। उन्होंने कहा, हम अपनी सेवाएं लगातार दे रहे हैं और हमारे प्रयासों का उचित मूल्य हमें मिलना चाहिए। हमें विश्वास है कि प्रशासन हमारी समस्याओं को समझेगा और समय पर समाधान करेगा।


