पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । राज्य सेवा नियम लागू करने की मांग को लेकर बीते 8 दिनों से राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी के बैनर तले डॉक्टर शिक्षकों द्वारा लगातार हड़ताल की जा रहीं हैं । इसके तहत भीलवाड़ा शहर के मुख्य मार्ग से चिकित्साको और स्टूडेंट ने सोमवार को महा विरोध रैली निकाली । इस दौरान उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया । वही प्रदर्शन के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर नमित मेहता को ज्ञापन सोपा । जिसमें उन्होंने समान वेतन , समान अधिकार , समान व्यवहार की मांग की है ।
भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ लीना जैन ने कहा कि हम लोग पिछले आठ दिन से हड़ताल पर हैं सोमवार को हमने इसी आंदोलन के तहत महात्मा गांधी हॉस्पिटल से जिला कलेक्टर कार्यालय तक हाथों में तख्तियां लेकर विरोध रैली निकाली । सरकार के भेदभाव के कारण हम आहत हैं इसलिए अपना ज्ञापन लेकर जिला कलेक्टर के पास पहुंचे । राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी ( राजमेस ) इसके 17 मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर के केड़र को राज्य सरकार ने डाई के समान घोषित कर दिया है। इसका सभी डॉक्टर टीचर विरोध कर रहे हैं। सरकार ने बजट में घोषणा की थी कि राजमेस में भी राज्य सेवा नियम अडॉप्ट किए जाएंगे लेकिन वित्त विभाग व राजमेस नियमों को वर्तमान में कार्य कर रहे रहे डॉक्टर टीचर पर लागू नहीं करके 1 अगस्त 2024 के बाद में नवनियुक्त डॉक्टर टीचर्स पर लागू करने व वर्तमान में कार्य डॉक्टर टीचर को डाइंग कैडर घोषित करने का गलत निर्णय लिया है। हमारी इस हड़ताल से अस्पताल की ओपीडी और स्टूडेंट की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।