सुनेल 6 दिसंबर।
स्मार्ट हलचल/सर्व हिंदू समाज की ओर से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शुक्रवार को विशाल जन आक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया। सर्व हिंदू समाज के द्वारा कस्बे के प्रमुख मार्गो से विशाल जन आक्रोश रैली निकलते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे जहां पर नायब तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया कि बांग्लादेश के प्रशासन द्वारा वहाँ के इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी वहाँ अल्पसंख्यक समुदाय पर विशेष रूप से हिन्दू समुदाय पर अनवरत एवं अमर्यादित अत्याचार वहां के प्रशासन की कायरतापूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना है। वहाँ के प्रशासन की इस कायरता पूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना का पुरजोर विरोध करता है। इस्कॉन या अन्य हिन्दू समाज के संगठनों ने अभी तक अपने उत्पीड़न के विरोध में जितनी भी कार्यवाहियों की है, समस्त लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन किया है। किसी भी प्रकार की हिंसा का उन्होंने प्रतिहिंसा के रूप में अभी तक कोई उत्तर नहीं दिया है। इस प्रकार के पूर्ण शान्तिप्रिय और लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात रखने वाले समाज के किसी नेतृत्व को, जो एक वर्ग का भी नेतृत्व करते हैं, इस प्रकार से अलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तार करना, उनको बन्द करना उनकी आवाज को दबाने की कुचेष्टा करना अलोकतांत्रिक है, अमानवीय है और हिन्दू समाज के मानवाधिकारों का हनन भी है। महोदया बांग्लादेश में जो घटनाक्रम चल रहा है उसमें वामपंथी, इस्लामिक तत्वों के साथ मिलकर वहां के हिंदू समाज का दमन कर रहे है। दुर्भाग्य की बात है कि पूरे विश्व समुदाय ने, वैश्विक संगठनों ने इस घटनाक्रम पर जितनी चिन्ता व्यक्त करनी चाहिए थी जैसी रोक लगानी चाहिए थी, वैसी रोक नहीं लगाई है। आपसे यह अपेक्षा करते है कि वहाँ पर हो रहे घटनाक्रम को ध्यान से देखे, उसकी गम्भीरता को समझे और बांग्लादेश के प्रशासन पर दबाव बनाए कि हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षा की जाए सुरक्षा की जाए।
भारत सरकार इन सब घटनाओं को उनके संज्ञान में ले, बांग्लादेश के प्रशासन पर दबाव बनाए कि हिन्दुओं के उत्पीड़न को रोके। तुरन्त प्रभाव से इस्कॉन के मुख्य पुजारी श्री चिन्मय कृष्ण दास प्रभु जी की रिहाई की मांग करता करता है और किसी भी प्रकार के हिन्दू नेता को, हिन्दू पुजारी को, धार्मिक गुरु को बिना किसी कारण के गिरफ्तार करने की किसी भी प्रकार की मानसिकता से बांग्लादेश सरकार बचे, यह अपेक्षा भी करता है। ज्ञापन देने में सैकड़ो की संख्या में सर्व हिंदू समाज के लोग एवं कई संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।